दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन 'Sputnik V' ने दी दो बड़ी खुशखबरी

Update: 2020-11-24 11:52 GMT

नई दिल्ली. कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. इस महामारी का इलाज न होने के कारण उम्मीद वैक्सीन पर टिकी है. कौन सी वैक्सीन की कीमती कितनी होगी, वैक्सीन मार्केट में कब आएगी, ये सारे सवाल लोगों के जहन में हैं. ऐसे में रूस की स्पुतनिक-5 वैक्सीन को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. रूस (Russia) ने दावा किया है कि कोरोना वायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) स्पूतनिक वी (Sputnik V) दूसरे अंतरिम विश्लेषण के अनुसार 95 प्रतिशत प्रभावी है. वैक्सीन के डेवलपर्स ने मंगलवार को यह जानकारी दी. रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय, राज्य संचालित गामलेया अनुसंधान केंद्र और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने एक बयान में कहा, ये गणना 42 दिनों के बाद प्राप्त प्रारंभिक आंकड़ों पर आधारित थी. हालांकि, उन्होंने गणना करने के लिए उपयोग किए जाने वाले मामलों की संख्या पर ध्यान नहीं दिया है.

इससे पहले फाइज़र और मॉडर्ना कोविड-19 के खिलाफ तैयार की जा रही अपनी वैक्सीन को 90 प्रतिशत से ज्यादा प्रभावी बता चुकी हैं. रूस ने अगस्त में स्पूतनिक वी को पंजीकृत कराया था. इस वैक्सीन की खुराक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बेटी को भी दी जा चुकी है. कोरोना वायरस के खिलाफ रूस की इस वैक्सीन की कीमतों को लेकर भी खुलासा हुआ है. रूस ने घोषणा की है कि अन्य टीकों की तुलना में उसकी वैक्सीन का दाम कम होगा. रूस ने अगले साल तक अपने और अन्य देशों के लिए 1 खरब खुराकों के उत्पादन का लक्ष्य रखा है.

रूस की वैक्सीन स्पूतविक वी के दो शॉट की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में प्रति व्यक्ति 20 डॉलर से कम होगी. जहां प्रत्येक शॉट की कीमत 10 डॉलर से कम होगी. रूस संप्रभु धन निधि ने ये जानकारी दी है.

इस महीने की शुरुआत में स्पूतनिक वी के निर्माता आरडीआईएफ और गामलेया इंस्टीट्यूट ने विस्तृत ट्रायल के अंतरिम डाटा के आधार पर बताया था कि उनकी वैक्सीन 92 प्रतिशत प्रभावी है.

एक आधिकारिक बयान के मुताबिक रूस के नागरिकों के लिए टीकाकरण निशुल्क होगा. वहीं जिन ग्राहकों ने रूस की इस वैक्सीन के लिए आवेदन किया है उन्हें पहला बैच मार्च 2021 तक मिल जाएगा.

जनवरी से शुरू होगी डिलीवरी

स्पुतनिक-5 वैक्सीन की पहली अंतरराष्ट्रीय डिलीवरी जनवरी 2021 में विदेशी निर्माताओं के साथ मौजूदा साझेदारी के आधार पर ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगी. उधर, क्लीनिकल ट्रायल के दूसरे अंतरिम विश्लेषण के मुताबिक, पहली डोज देने के 28 बाद SputnikV 91.4 फीसदी प्रभावी रही.

आरडीआईएफ के सीईओ किरील दिमित्रिव ने कहा कि बेलारूस, ब्राजील, यूएई और भारत में क्लीनिकल ट्रायल चल रहे हैं. परिणाम विभिन्न देशों के लिए उपलब्ध होंगे. उन्होंने कहा कि हम जनवरी तक जानकारी उपलब्ध कराने के लिए बातचीत कर रहे हैं.

अब तक तीन वैक्सीन बनाने का दावा कर चुका है रूस

रूस अब तक कोरोना की तीन वैक्सीन बनाने का दावा कर चुका है. उसने अगस्त में अपनी पहली वैक्सीन Sputnik V लॉन्च की थी. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 11 अगस्त 2020 को ऐलान किया था कि रूस ने कोरोना की वैक्सीन बना ली है. इसके बाद पूरी दुनिया के एक्सपर्ट्स अचरज में पड़ गए.

वैक्सीन के दो ट्रायल इस साल जून-जुलाई में पूरे किए गए थे. इसमें 76 प्रतिभागी शामिल थे. परिणामों में 100 फीसदी एंटीबॉडी विकसित हुई थी. इसके बाद 14 अक्टूबर को दूसरी वैक्सीन एपिवैककोरोना (EpiVacCorona) आई और हाल ही में रूस ने कोरोना की तीसरी वैक्सीन बनाने का दावा किया.

रूस की तीसरी वैक्सीन चुमाकोव सेंटर ऑफ रशियन एकेडमी ऑफ साइंसेज में बनाई जा रही है. रिपोर्ट्स की मानें तो इस इनएक्टिवेटेड वैक्सीन को दिसंबर 2020 तक मंजूरी मिलने की संभावना है.

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