विश्व होम्योपैथी दिवस: 11 अप्रैल से लेकर 17 अप्रैल तक मरीजों को निशुल्क इलाज दिया जाएगा
लखनऊ के इस इलाके में मिलेगा निशुल्क इलाज
लखनऊ: होम्योपैथी में सभी तरह की बीमारियों का इलाज संभव है।साथ ही इसकी दावाओं से साइड इफेक्ट की संभावना काफी कम होती है। शरीर में इतनी क्षमता खुद है कि वह बीमारियों को ठीक कर सके, इसी प्रणाली पर होम्योपैथी काम करती है। कई सालों से होम्योपैथी दावाओं के जरिए असाध्य रोगों का भी इलाज किया जा रहा है।
इतना ही नहीं इस चिकित्सा प्रणाली के जरिए कई असाध्य रोगों से पीड़ित रोगी ठीक भी हुए हैं, लेकिन जागरूकता की कमी के चलते इस चिकित्सा पद्धति का फायदा कम लोगों को ही मिल पा रहा है। इस चिकित्सा प्रणाली को लेकर लोगों में जागरूकता आए यही वजह है कि 10 अप्रैल को हर साल पूरी दुनिया में विश्व होम्योपैथी दिवस मनाया जाता है। यह जानकारी राजधानी के डॉक्टर विवेक सिंह चौहान ने साझा की है।
उन्होंने बताया कि 10 अप्रैल का दिन इसलिए भी खास है क्योंकि आज ही के दिन होम्योपैथी के संस्थापक डॉक्टर सैमुअल हैनीमैन का 1755 में जन्म हुआ था। उन्होंने बताया कि हैनीमैन उन चिकित्सा पद्धति के खिलाफ थे, जिससे शरीर में साइड इफेक्ट पैदा होते थे, इसी सोच ने उनको चिकित्सा जगत में नई खोज के लिए प्रेरित किया। जिसके चलते उन्हें आज यह पहचान मिली हुई है। डॉ विवेक की माने तो 2024 के लिए थीम है होम्योपरिवार: एक स्वास्थ्य, एक परिवार।
निशुल्क चिकित्सा शिविर का होगा आयोजन: डॉ विवेक सिंह चौहान ने बताया कि आज होम्योपैथी दिवस है। जिसके अवसर पर 11 अप्रैल से लेकर 17 अप्रैल तक मरीजों को निशुल्क इलाज दिया जाएगा। इसकी व्यवस्था की गई है। यह सुविधा उन मरीजों के लिए होगी जो आर्थिक रूप से कमजोर है। इसके अलावा आर्थिक रूप से सक्षम मरीजों को भी तीन दिन की दवा निशुल्क दी जाएगी। यह सुविधा करीब एक सप्ताह तक रोजाना शाम 6:00 बजे से लेकर 8:00 बजे तक जारी रहेगी। इसके लिए 11 अप्रैल से 17 अप्रैल के बीच इंदिरा नगर के सेक्टर 8 स्थित अमलतास प्लाजा में एक चिकित्सा शिविर लगाया गया जा रहा है।