World Drugs Day: अमित शाह बोले- नशीली दवाओं के खिलाफ मोदी सरकार की जीरो टालरेंस नीति
नशीली दवाओं के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को ट्वीट
नई दिल्ली,नशीली दवाओं के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सभी प्रकार की नशीली दवाओं के खिलाफ अपनी जीरो टालरेंस की नीति की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को दोहराती है।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी का पर्दाफाश और आठ आरोपितों की गिरफ्तारी का दावा किया है। आरोपितों के पास से 22 लाख नशीली गोलियां और 254 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं। वे डार्कनेट के जरिये एक सिंडीकेट का संचालन कर रहे थे। डार्कनेट इंटरनेट का वह छिपा हुआ हिस्सा है, जहां तक सर्च इंजन की पहुंच नहीं है। वहां तक पहुंच के लिए खास साफ्टवेयर और अनुमति की जरूरत होती है।
दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व हिमाचल में छापेमारी
केंद्रीय एजेंसी ने बताया कि दिल्ली जोनल यूनिट के अधिकारियों की तरफ से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर दो महीने तक चलाए गए छापेमारी अभियान के बाद इस अवैध कारोबार का पर्दाफाश हुआ है। एनसीबी के उप निदेशक (अभियान) केपीएस मल्होत्रा ने कहा, 'अब तक ट्रामाडोल जैसी 22 लाख नशीली गोलियां, कोडीन वाली सीरप की 70,000 शीशी और 245 किलोग्राम अन्य मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं।'
डार्कनेट पर नौ वेबसाइट का संचालन
एनसीबी ने दावा किया कि कम से कम नौ वेबसाइट डार्कनेट पर संचालित हो रही हैं, जिनका इस्तेमाल इस गिरोह द्वारा किया जा रहा था। उनके आइपी पते भारत के बाहर के हैं। आरोपित ड्रग्स खरीदने वालों की पहचान जाहिर न होने देने का दावा करते थे। इसके लिए वे विशेष गुर्गे के जरिये प्रतिबंधित ड्रग्स की आपूर्ति कराया करते थे।
हर्बल सप्लीमेंट के नाम पर कई देशों में भेजे ड्रग्स
मल्होत्रा ने बताया, डिजिटल फोरेंसिक से पता चलता है कि यह सिंडीकेट हर्बल सप्लीमेंट के लेबल चिपकाकर अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप व कुछ अन्य देशों में ड्रग्स के एक लाख आर्डर भेज चुका है। गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ से पता चला है कि हरिद्वार स्थित एक दवा कंपनी के जरिये भारी मात्रा में ड्रग्स की तस्करी की जा रही थी। एजेंसी ने एक बयान में बताया कि गिरोह दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में फैला हुआ था तथा अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा व फिलीपींस जैसे देशों में उसके संपर्क थे।