110 फीट गहरा खदान में गिरा मजदूर, लाश के उड़े चीथड़े

जांच में जुटी पुलिस

Update: 2024-05-12 15:42 GMT
बालाघाट। रूपझर थाना क्षेत्र अंतर्गत वनग्राम लौगुर स्थित कटेझीरिया में संचालित पेसीफिक मिनरल्स की मैग्नीज खदान में रविवार दोपहर एक मजदूर की 110 फीट गहरी खदान में गिरने से मौत हो गई। घटना के चार घंटे बाद शव को जिला अस्पताल लाया गया। शव को मर्चुरी में रखा गया, जिसका सोमवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा। जानकारी के अनुसार जगदीश पिता तीरथ सरोते (34) निवासी ग्राम चिखलाझोड़ी दो महीने से इस खदान में मजदूरी कर रहा था। माइंस में 110 कुंआनुमा गहरा गड्ढा किया गया है, जहां मजदूरों के नीचे उतरने व चढ़ने के लिए रस्सी की मदद से लकड़ी की सीढ़ी बांधी गई है। साथ में मजदूरी करने वाले मृतक के रिश्तेदार बुधराम उइके ने बताया कि दोपहर करीब डेढ़ बजे मैं खाना खाने के लिए खदान से सीढ़ी की मदद से ऊपर आ गया। जगदीश भी ऊपर आ रहा था, तभी वह नीचे गिर गया। पिता तीरथ सरोते भी इसी खदान में मजदूरी का काम करते हैं। बताया गया कि ऊंचाई से गिरने से जगदीश की कमर और सिर पर गहरी चोट लगी है, जिसके चलते उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

मृतक जगदीश के परिवार में पत्नी बबीता सरोते के साथ बेटी विद्या (10), प्रवीण (8) और प्रज्ज्वल (5) है। मजदूरों और मजदूर संघ से जुड़े पदाधिकारियों ने मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है। घटना के बाद पेसीफिक मिनरल्स द्वारा संचालित इस मैग्नीज खदान में मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। भारतीय मजदूर संघ विभाग प्रमुख (बालाघाट, मंडला व डिंडोरी) राजकुमार मोहारे और बालाघाट जिला महामंत्री खदान ठेका श्रमिक संगठन रवि कुमार शिववंशी ने आरोप लगाया कि माइंस में खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं हो रहा है। यहां श्रमिकों की न मेडिकल जांच के बाद भर्ती की जाती है और न ही इनके किसी तरह के पहचान पत्र बने हैं। भूमिगत खदान में काम करने के लिए मजदूर को नियमानुसार कंपनी द्वारा 45 दिनों का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, लेकिन यहां इस नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। इस माइंस में करीब 30 से 35 मजदूर कार्य करते हैं। बताया गया कि 2036 तक इस माइंस की लीज है और इसका संचालन करीब 20 सालों से किया जा रहा है।
Tags:    

Similar News