मुरैना। आगामी विधानसभा निर्वाचन को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण तथा पारदर्शी संपन्न कराने के लिये राजस्व एवं पुलिस अधिकारी समन्वय के साथ कार्य करें। चुनाव आयोग के नियमों के तहत बिंदुवार प्रत्येक जानकारी को पेपर पर सुरक्षित रखें। यह निर्देश अम्बाह एसडीएम अरबिन्द माहौर ने मिढ़ेला रोड़ पर नवीन तहसील सभाकक्ष में राजस्व एवं पुलिस अधिकारियों को दिये। इस अवसर पर उप पुलिस अधीक्षक रवि भदौरिया, अम्बाह थाना प्रभारी अमित भदौरिया सहित समस्त रिटर्निंग ऑफीसर, सहायक रिटर्निंग ऑफीसर, पुलिस एवं अम्बाह तहसील के थाना प्रभारी उपस्थित थे। एसडीएम अरबिन्द माहौर ने कहा कि चुनाव में हर बिंदुओं को अधिकारी गंभीरता से लें। यह नहीं सोचें कि यह कार्य मेरा नहीं है। चाहे राजस्व या पुलिस अधिकारी क्यों न हो आपत्ति विपत्ति पर हर अधिकारी, कर्मचारी, पुलिस कर्मचारी को चुनाव संबंधी सभी कार्य आने चाहिये। उन्होंने कहा कि सेक्टर ऑफीसर राजस्व एवं पुलिस के थाना प्रभारी प्रतिदिन 5 मिनट बैठक करें। सेक्टर ऑफीसर के क्षेत्र से संबंधित सभी बिंदुओं का निचोड़ प्राप्त कर लें। उन्होंने कहा कि चुनाव में कोई ऐसी गलती न करें जिसके लिये आयोग की नजरों में अम्बाह डिवीजन की किरकिरी हो।
उन्होंने कहा कि राजस्व एवं पुलिस अधिकारी स्वयं मतदान केन्द्रों का भ्रमण करें। मतदान केन्द्रों पर विद्युत, पानी, रैंप, मच्छर जाली आदि लगा दी गई हैं। यह भी अपने संज्ञान में रखें कि जहां यह व्यवस्था नहीं हुई हो उसे रिटर्निंग ऑफीसर को अवगत करायें। एसडीएम ने कहा कि चुनाव में किसी भी प्रकार की गलती क्षम्य नहीं होगी। इसलिये हर किये गये कार्य को पेपर पर जरूर नोटिस करें। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि सुरक्षा की दृष्टि से अपने अपने क्षेत्र के मतदान केन्द्रों के नक्शा बनाकर संबंधित रिटर्निंग ऑफीसर को उपलब्ध करायें ताकि मतदान के दौरान ईव्हीएम, खिडक़ी आदि के पास नहीं लगाना पड़े। खिडक़ी आदि है तो ईव्हीएम लगाने का स्थान बदल दें। बैठक में एसडीएम ने गैर जमानती वांटर तामीली थाना वार, जिला बदर एवं एन.एस.ए., बल्नरेवल व किटिकल मतदान केन्द्र की जानकारी ली। इसके अलावा संबंधित थाने पर जमा हथियारों की जानकारी, चैक पोस्ट व नाके, शराब दुकानों व जप्ती की जानकारी, ऐसे लोगों की पहचान करना जो निर्वाचन को प्रभावित कर सकते हैं, पुलिस बल को ठहरने की व्यवस्था हेतु स्थानों का चयन आदि पर विस्तार से चर्चा हुई। एसडीओपी अम्बाह रवि भदौरिया ने कहा कि चुनाव से पहले वलनरेबल बूथ के रूप में वैसे मतदान केंद्रों को चिह्नित किया जाना है जहां किसी खास जाति विशेष की दबंगता चलती हो और पिछले चुनाव में कमजोर वर्ग के मतदाताओं को मतदान से वंचित किया गया हो। इसके साथ ही मतदान का प्रतिशत उन मतदान केंद्रों पर कमजोर वर्गों का कम तथा बाहुल्य जाति के मतदाताओं का मतदान प्रतिशत अधिक रहा हो। इसके अलावा दबंगों अथवा आपराधिक किस्म के लोगों द्वारा वोटरों को डराने धमकाने की पुरानी घटना तथा संभावना के मद्देनजर भी वैसे मतदान केंद्रों को वलनरेबल बूथ के रूप में चिन्हित किया जाना है। उन्होंने कहा कि डिबीजन में जितने वल्नरेबल स्थानों को चिन्हित किया है उनमें यह सुनिश्चित कर लें कि पंचायतें, मजरा या पूरा गांव वल्नरेबल है।