52 घंटे बोरवेल में जंग, अस्पताल में उखड़ीं सृष्टि की सांसे

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Update: 2023-06-08 12:54 GMT
सीहोर। काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार सृष्टि को बोरवेल से निकाला गया, लेकिन सृष्टि को नहीं बचाया जा सका। करीब 50 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद बच्ची को बोरवेल से निकाला गया था, जिसके बाद बच्ची को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया था। यहां पर उपचार के बाद डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरफ, सेना और पुलिस की टीम लगी हुई थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह खुद पल पल की घटना की जानकारी ले रहे थे।

मालूम हो कि सृष्टि 6 जून को दोपहर 1:00 बजे खेलते समय बोरवेल में गिरी थी। अस्पताल में चेकअप के बाद जानकारी सामने आई है कि बच्ची को बचाया नहीं जा सका। बच्ची सृष्टि के लिए गुरुवार शाम करीव 5 बजे निकला लिया गया, लेकिन बोरवेल की गराई के आगे बच्ची की जिंदगी हार गई। दरअसल, सिहोर के मुगावली गांव में मंगलवार 6 जून को दोपहर 1 बजे ढाई साल की सृष्टि खेलते समय गहरे बोरवेल के गड्ढे में गिर गई थी। बच्ची के गिरने की आवाज सुनी तो परिजन मौके पर पहुंचे, लेकिन बच्ची को बाहर नहीं निकाला जा सका। इस घटना की जानकारी प्रशासन को लगते ही मौके पर पहुंचे और बच्ची को निकालने का काम शुरू किया गया था। करीब 50 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद बच्ची को नहीं बचाया जा सका।

सीहोर के मुंगावली गांव में 300 फीट गहरे बोर में गिरी बच्ची सृष्टि को 52 घंटे से अधिक चले रेस्क्यू के बाद बाहर निकाल लिया गया। रेस्क्यू टीम ने उसे रोबोटिक टेक्निक से बाहर खींचा। फिलहाल बच्ची कोई रिस्पॉन्स नहीं कर रही। सृष्टि को एंबुलेंस द्वारा जिला अस्पताल सीहोर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिला हॉस्पिटल में सृष्टि का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। शव लेकर एंबुलेंस से गांव के लिए परिजन रवाना हो गए हैं।वहीं मंडी थाने में बोर मालिक गोपाल कुशवाह के खिलाफ धारा 188, 308 का अपराध कायम कर लिया है।
3 साल की बच्ची सृष्टि मंगलवार दोपहर करीब एक बजे खेलते-खेलते खेत में बने बोर में गिर गई थी। बोरवेल में फंसी सृष्टि को निकालने के लिए बुधवार को NDRF व SDRFके प्रयास विफल होने के बाद बैरागढ़ ईएमई सेंटर से सेना के जवानों को बुलाया गया था। आर्मी जवान 300 फीट गहरे बोरवेल में 100 फीट की दूरी पर फंसी सृष्टि को राड हुक से 90 फीट तक ऊपर ले आए थे, लेकिन 10 फीट पहले वह छूटकर गिर गई। बताया जा रहा है कि बच्ची फिसलकर करीब 150 फीट नीचे पहुंच गई है। इसके बाद दिल्ली व जोधपुर से एक्सपर्ट की टीम बुलाई गई है। वही गुजरात की स्पेशल रोबोट टीम से भी मदद मांगी गई थी जो सुबह 9 बजे मुंगावली पहुंची, यहां पहुंचते ही टीम ने बोरवेल से सृष्टि को निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया। रोबोटिक टीम ने शाम करीब साढ़े 5 बजे बच्ची को बाहर निकाला।
सीहोर जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने बताया कि, 3 सदस्यों की टीम रोबोट लेकर सीहोर आई है। यह टीम दिल्ली से रात भर गाड़ी ड्राइव कर सड़क मार्ग से सीहोर पहुंची है। इस टीम ने कुछ दिनों पहले जामनगर में ऐसे ही मामले में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था। जिसमें कामयाबी हासिल करने वाले रोबोट टीम के एक्सपर्ट महेश ने बताया कि, हमने फर्स्ट डाटा ले लिया है। अभी डाटा प्रोसेस हो जाएगा तो हमें पता चल जाएगा कि क्या स्तिथि है। यह गुजरात से ऑपरेट होगा, कार्य जारी है। इसी के साथ ऑपरेशन में तेजी आ गई है और प्रशासन ने जिला अस्पताल को डॉक्टरों को निर्देशित किया है कि सभी तैयारियां करके रखें। 3 साल की सृष्टि मंगलवार दोपहर करीब एक बचे खेलते-खेलते खेत में बने बोरवेल में गिर गई थी। वह 29 फीट की गहराई पर अटक गई। सूचना मिलने पर मौके पर प्रशासन, पुलिस, SDRF, NDRF की टीमें पहुंच गईं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। बोरवेल के पैरेलल खुदाई की गई। इस दौरान कंपन से बच्ची और गहराई में जा फंसी। अब वह 150 पर पहुंच गई है।
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