प्रतिबंधित उपकरण के साथ ताजमहल में घुसी महिलाएं, सुरक्षाकर्मियों में हड़कंप
यूपी। मंगलवार को ताजमहल फिर सुर्खियों में आ गया। यहां विदेशी पर्यटकों के हाथ में ट्राइपॉड जैसा उपकरण था। इसको लेकर विभागीय अधिकारियों का कहना है कि ट्राइपॉड तो प्रतिबंधित है लेकिन ये सेल्फी स्टिक है। जो जमीन में रखने पर ट्राइपॉड जैसा बन जाता है। इसको प्रतिबंधित किया जाए या नहीं। इस पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा। मंगलवार को विदेशी सैलानियों के हाथ में ट्राइपॉड जैसा उपकरण था। कुछ विदेशी महिलाओं ने इसे जमीन पर रखकर फोटो खींचना भी शुरू कर दिया। इसका फोटो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल होने लगा। सीआईएसएफ के अधिकारियों का कहना है कि इसकी अनुमति नहीं है। वहीं अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. राजकुमार पटेल का कहना है कि ताजमहल में ट्राइपॉड को ले जाना प्रतिबंधित है लेकिन ये सेल्फी स्टिक है जो जमीन पर रखने पर ट्राइपॉड जैसा दिखता है।
इसको प्रतिबंधित किया जाए कि नहीं, इस पर जल्द ही फैसला ले लेंगे। टूरिस्ट गाइडस वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक दान का कहना है कि उन्हें कई गाइडों ने इसकी फोटो भेजी। इससे कुछ समय पहले ही एएसआई ने जो नोटिफिकेशन जारी किया था उसमें इस बात का जिक्र था कि ऐतिहासिक इमारतों के म्यूजियमों में कोई भी व्यक्ति कहीं भी फोटो खींच सकता है। उससे कोई पैसा नहीं लिया जाता, लेकिन वे अब ट्राइपॉड, मोनोपॉड्स और फ्लैश लाइट का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।
आर्केलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने कई चीजों पर इसलिए बैन लगाया है, क्योंकि लोग इससे चीजों को नुकसान पहुंचाते थे। लोग फोटो के वक्त सेल्फी स्टिक को लंबा करते हैं, साथ ही वहां रखे ऑब्जेक्ट के साथ फोटो खींचते हैं। वे एकदम नजदीक जाकर प्रदर्शनी के साथ फोटो लेने लगते हैं जिससे ऐतिहासिक चीजों और कलाकृतियों का नुकसान पहुंचता है। एएसआई ने ट्राइपॉड, मोनोपॉड्स और फ्लैश लाइट पर भी बैन लगा दिया था। अब सेल्फी स्टिक पर फैसला लिया जाएगा।