फर्जी कॉल सेंटर ऑपरेट कर रही महिलाएं गिरफ्तार, लोन का झांसा देकर लूट रहे थे लोगों को
खुलासा
यूपी। STF ने नोएडा में लोन देने के नाम पर लोगों को ठगने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाली 6 महिला सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अनुमान है कि इस गैंग ने 300 से अधिक लोगों से करोड़ों रुपये ठगे हैं. फिलहाल, जांच-पड़ताल जारी है. बताया गया कि ये गैंग पिछले छह महीने से नोएडा के सेक्टर-63 के औद्योगिक क्षेत्र में एक किराए के ऑफिस से फर्जी कॉल सेंटर ऑपरेट कर रहा था. लोन देने के नाम पर इन्होंने 300 से अधिक लोगों से ठगी की. गैंग के लोगों ने ग्राहकों को करोड़ों रुपये का चूना लगाया है. आरोपियों से पूछताछ के दौरान पता चला कि ये लोग इंडियाबुल्स फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी बनकर लोन दिलवाने के नाम पर लोगों से संपर्क करते थे, फिर उनसे लोन दिलवाने की प्रक्रिया के दौरान लाखों रुपये वसूल लेते थे. आरोपियों ने सैकड़ों लोगों से ठगी करने की बात स्वीकार की है.
STF के मुताबिक, व्हाट्सएप के माध्यम से लोन चाहने वालों को भेजे गए जाली दस्तावेजों का उपयोग करके इंडिया बुल्स कंज्यूमर फाइनेंस से ऑनलाइन लोन दिलाने के बहाने लोगों को ठगने में शामिल होने के आरोप में गिरोह के मास्टरमाइंड सहित आठ आरोपियों को नोएडा से गिरफ्तार किया गया है. जाली दस्तावेजों में इंडिया बुल्स के नाम पर जारी किए गए आईडी कार्ड, लोन अप्रूवल पत्र और लोन पुष्टि पत्र शामिल थे. लोन चाहने वालों को पंजीकरण शुल्क, प्रोसेसिंग शुल्क, जीएसटी और बीमा के नाम पर धोखा दिया गया था.एसटीएफ ने कॉल सेंटर से पांच मोबाइल फोन, 17 एटीएम/क्रेडिट कार्ड, तीन लैपटॉप, दो टैबलेट, 13 प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड, 13 अकाउंटिंग रजिस्टर, 75 फर्जी दस्तावेज और एक लाख से अधिक ग्राहकों का डेटा भी जब्त किया है.
एसटीएफ के बयान के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान गिरोह की मास्टरमाइंड छाया सिंह, प्रिया शुक्ला, आंचल चौधरी, सुलेखा, अंकित सिंह, विजेंद्र प्रताप सिंह, अर्चना प्रजापति और शिवानी ठाकुर के रूप में की गई है. मामले में नोएडा के सेक्टर 63 पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 419, 420 (धोखाधड़ी से संबंधित), 467, 468, 471 (सभी जालसाजी से संबंधित) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है.