महिला रेल कर्मचारी ने लगाया रेप का आरोप, एडीआरएम पर गिरी गाज

Update: 2022-05-10 10:41 GMT

जबलपुर। नर्मदापुरम (पुराना नाम होशंगाबाद) जिले के पिपरिया में एक महिला रेल कर्मचारी के पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक (एडीआरएम) गौरव सिंह पर लगातार कई बार दुष्कर्म किये जाने की पुलिस में कम्पलेंट करने के मामले को रेलवे बोर्ड ने गंभीरता से लेते हुए उनका तबादला तत्काल प्रभाव से सदर्न रेलवे चेन्नई कर दिया है. वहीं इस बात की भी चर्चा है कि रेलवे बोर्ड गौरव सिंह पर और सख्त कार्रवाई कर सकती है, वह पुलिस की जांच पूरी होने का इंतजार कर रही है.

रेलवे बोर्ड ने वरिष्ठ अधिकारी भोपाल एडीआरएम गौरव सिंह के संबंध में जानकारी मिलने पर सोमवार 9 मई को यह आदेश जारी करते हुए तत्काल ही उन्हेें रिलीव करने के निर्देश पश्चिम मध्य रेल प्रशासन को दिये, जिसके बाद गौरव सिंह को उनके पद से कार्यमुक्त कर दिया गया है.

भारतीय रेलवे सिग्नल एवं दूरसंचार विभाग के वरिष्ठ अभियंता गौरव सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है. लगभग 4-5 वर्ष पहले जब वे जबलपुर रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार अभियंता के पद पर पदस्थ रहे, तब उनके खिलाफ पुलिस में कम्पलेंट हुई थी, उन पर कर्मचारियों के साथ गालीगलौच करने व मारपीट करने के आरोप लगे थे. इस मामले मेें उनकी यूनियन के साथ जमकर टकराव हुआ था. यूनियन के विरोध व शिकायत करने के बाद उनका तबादला भोपाल मंडल में किया गया था, जहां पर उन्हें पदोन्नति मिली और वे अपर मंडल रेल प्रबंधक के पद पर कार्यरत रहे.

एडीआरएम पर आरोप है कि उन्होंने महिला सहकर्मी को अनुकंपा नौकरी दिलाने के दौरान उसका शोषण किया. मार्च 2021 से एडीआरएम पीडि़ता के साथ शोषण करते रहे. दो माह पहले ही पीडि़ता की हरदा में शादी हुई. शादी के बाद भी उसे परेशान करते रहे. दो दिन पहले गुरुवार रात को पीडि़ता ने नर्मदापुरम के पिपरिया पहुंचकर हाथ की नस काटकर आत्महत्या का प्रयास कर रही थी, इसी दौरान आसपास खड़े लोगों ने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद उसे पुलिस ने पकड़कर बचाया. शुक्रवार को उसे वन स्टॉफ सेंटर लाया गया. देर रात महिला थाना प्रभारी सुरेखा निमोदा ने वन स्टॉफ सेंटर जाकर उसके बयान दर्ज कराए और इसी के आधार पर गौरव सिंह के खिलाफ केस दर्ज हुआ.



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