झारखंड के पाकुड़ में शव की मांग करने वाली पत्नी को जिंदा पति मिला तो सभी को होश उड़ गए. पाकुड़ के अमड़ापाड़ा थाना के बोहड़ा गांव निवासी महेश्वर टुडू को पुलिस ने जिंदा अदालत में पेश किया. अदालत में पेश करने के बाद महेश्वर टुडू को परिजनों को सौंप दिया गया. दरअसल महेश्वर टुडू प्रकरण पाकुड़ जिले में सुर्खियों में मार्च महीने से छाया हुआ था. पुलिस परेशान इस बात को लेकर थी कि परिजनों ने महेश्वर टुडू की हत्या की एफआईआर अमड़ापाड़ा थाना में दर्ज करवाई थी और रिश्तेदार पर हत्या का आरोप लगा दिया था. पुलिस ने तीन रिश्तेदारों को पकड़ कर जेल भेज दिया जबकि तीनों रिश्तेदार निर्दोष थे.
पुलिस जल्द महेश्वर टुडू को बरामद करना चाहती थी. पड़ताल में देर होने के कारण महेश्वर टुडू के पत्नी, परिजन और गांव वालों ने दो बार सड़क जाम किया. एसपी मणिलाल मंडल ने सड़क जाम पर घटना स्थल पर पहुंच कर समझाया कि जल्द मामले को उजागर कर दिया जाएगा. महेश्वर के परिजनों और ग्रामीणों के दबाव के कारण तीन निर्दोष लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया था.
इस मामले का खुलासा करते हुए एसपी मणिलाल मंडल ने बताया कि जमीन हड़पने के लिए महेश्वर टुडू के परिजनों ने साजिश रची थी और महेश्वर को चुपके से बेंगलुरू भेज दिया था. कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण बेंगलुरू में उसको काम नहीं मिला तो दो महीने बाद वापस आकर दूसरे परिजनों के घर छिप गया. अमडा़पाड़ा पुलिस को पता चलते ही महेश्वर टुडू को बरामद किया और अदालत में पेश कर परिजनों को सौंप दिया गया. शव की मांग करने वाली पत्नी को पति जिंदा मिल गया.
एसपी मणिलाल मंडल ने बताया कि महेश्वर टुडू प्रकरण में पुलिस को गुमराह करने वाले परिजन और ग्रामीणों ने सड़क जाम की. हत्या का झूठा आरोप लगा कर आरोपियों के घर को तोड़फोड़ की और महिलाओं को पीटते हुए खराब व्यवहार किया था. सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. एसपी ने बताया कि निर्दोषों को जेल से निकालने की कवायद शुरू कर दी गई है.