भरतपुर। कोतवाली थाना इलाके में सुजान गंगा नहर में एक महिला अपनी 10 साल की बच्ची को लेकर कूद गई। हादसे में दोनों की मौत हो गई। दोनों के शवों का आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी पर पोस्टमार्टम करवाया गया है। परिजनों का कहना है कि महिला मानसिक रूप से बीमार थी, जिसका 10 साल से इलाज चल रहा था। पुलिस को दी रिपोर्ट में हीरा (35) ने बताया कि उसकी पत्नी योगिता (32) मानसिक रूप से बीमार थी। उसका 10 साल से इलाज चल रहा था। हीरा और योगिता के दो बच्चे हैं। जिसमें सबसे बड़ा निश्चय (11) और उससे छोटी खूबी (10) थी। योगिता कभी सही हो जाती और कभी इधर-उधर की बातें करने लगती। उसे लगने लगा था कि वह कभी ठीक नहीं होगी। जबकि उसका इलाज चल रहा था। सुबह हीरा मजदूरी करने के लिए घर से चला गया।
तभी योगिता ने निश्चय से कहा कि वह खूबी को लेकर पार्क में जा रही है। वह खूबी को लेकर घर से निकल गई, लेकिन घर नहीं लौटी, जिस पर हीरा के परिजनों ने हीरा को फोन कर बताया कि योगिता घर पर नहीं है, वह खूबी के साथ पार्क में जाने की कहकर निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। तब हीरा अपने काम से घर पर आया और हीरा सार्वजनिक स्थानों पर योगिता और खूबी को ढूंढने लगा। उसने अपने आस-पास के लोगों को भी योगिता और खूबी के बारे में बताया। आस-पास के लोग भी दोनों को ढूंढने लगे। तभी हीरा का एक पड़ौसी मंशा देवी के पास से होकर निकला। तब उसने दो शव सुजान गंगा नहर में पड़े देखे। जिसके बाद उसने फोन कर हीरा को बताया। हीरा और उसके परिजन सुजान गंगा नहर पर पहुंचे और शवों के बारे में कोतवाली थाना पुलिस को बताया। जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को बाहर निकाला। तब वह शव योगिता और खूबी के निकले। जिसके बाद दोनों के शवों को आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचाया गया। इसके बाद दोनों के शवों का पोस्टमार्टम किया गया।