रोडवेज चालक की हत्या मामले में महिला गई जेल, मुख्य आरोपियों की तलाश जारी

Update: 2022-09-12 01:52 GMT

हरियाणा। सोनीपत में कुंडली के पास रोडरेज में रोडवेज बस चालक की हत्या के मामले में पुलिस मुख्य आरोपी और उसके दो साथियों के ठिकानों और स्थायी पतों की मोनिका से जानकारी हासिल कर चुकी है, मगर 48 घंटे बीतने के बाद भी उनका सुराग नहीं लगा पाई है। पुलिस को आरोपियों के नए मोबाइल नंबर मिले थे, लेकिन वह भी बंद हैं। पुलिस उनकी तलाश में हरसंभव स्थान पर छापा मारने की बात कह रही है। रोडवेज के चालक मूलरूप से गांव सरगथल फिलहाल सरस्वती विहार निवासी जगबीर सिंह की रोडरेज में कुंडली के पास थार जीप से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। मामले में रोडवेज कर्मचारियों ने चक्का जाम कर दिया था। इतना ही नहीं आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर मृतक जगबीर सिंह के बेटे संदीप ने श्मशान घाट में जाकर जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। गुरुवार को प्रदेशव्यापी हड़ताल भी रखी गई थी।

मामले के तूल पकड़ने पर एसआईटी गठित कर प्रदेश की 20 व दिल्ली की 10 टीमों को लगाया गया था। जिसके बाद घटना के चौथे दिन शुक्रवार रात को पुलिस को पहली सफलता मिली और न्यू मोती नगर की रहने वाली मोनिका ग्रोवर को गिरफ्तार किया गया था।

पति से अलग हो चुकी मोनिका पांच साल के बेटे की मां है। मोनिका अपने दोस्त व पूर्व जिम पार्टनर प्रांजल, विकास व कुनाल के साथ मुरथल आई थी। कुनाल का जन्मदिन मनाने के बाद वह मुरथल खाना खाने आए थे। यहां से वापसी में रोडवेज चालक से कहासुनी के बाद बस सवार जगबीर को कुचलकर मार दिया था। पुलिस जांच में सामने आया है कि जीप इंद्रपुरी दिल्ली निवासी प्रांजल की मां के नाम पर है। वहीं आरोपी विकास दिल्ली के बसई धारापुर और कुनाल रमेश नगर का रहने वाला है। सभी एरिया न्यू मोती नगर के आसपास ही हैं। अभी तक प्रांजल, विकास व कुनाल पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।

कुंडली की घटना के बाद बदले मोबाइल नंबर, आ रहे बंद

मोनिका ने पुलिस को बताया कि कुंडली में हुई वारदात के बाद उन्होंने अपने मोबाइल नंबर बदल दिए थे। उसने प्रांजल व विकास का नया मोबाइल नंबर भी पुलिस को उपलब्ध करा दिया है, लेकिन वह भी बंद हैं। ऐसे में पुलिस को उन तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। मोनिका ने उनके भागने के संभावित ठिकानों के बारे में बताया है, लेकिन उनका सुराग नहीं लग सका है। पुलिस दिल्ली के साथ ही पंजाब, उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में भी दबिश दे रही है।

आरोपियों की पहचान और फोटो अन्य प्रदेशों में भेजे

पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज करते हुए अन्य राज्यों की पुलिस को उनके फोटो के साथ ही पहचान के लिए अन्य जानकारी भेजी है। वहीं मोनिका ने पुलिस को बताया है कि आरोपी अधिवक्ताओं के संपर्क में हैं। वह आत्मसमर्पण व अग्रिम जमानत लेने का प्रयास करने में लगे हैं। शुक्रवार को भी उन्होंने दिल्ली में दो अधिवक्ताओं से विचार किया था। उनको अधिवक्ता से मिलना था, लेकिन वह इससे पहले पुलिस पकड़ में आ गई।

पुलिस की टीम लगातार संभावित ठिकानों पर छापे मार रही है। आरोपियों की तलाश के हरसंभव प्रयास जारी हैं। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वह ज्यादा समय तक पुलिस से बच नहीं सकते। उनके मोबाइल नंबर भी बंद आ रहे हैं। -डीएसपी विपिन कादियान, प्रभारी एसआईटी।

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