महिला IAS ने अपने पद से दिया इस्तीफा

जानिए क्या है वजह

Update: 2023-06-22 18:20 GMT
छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने बड़ा कदम उठाया है। घर के उद्घाटन कार्यक्रम के लिए छुट्टी न देने पर निशा बांगरे ने इस्तीफा दे दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव को भेजे पत्र में उन्होंने लिखा है कि घर के उद्घाटन और वृद्ध अस्थियां के दर्शन लाभ करने की अनुमति न देने से मेरी धार्मिक भावनाओं को अपूर्णनीय क्षति पहुंची है। इस वजह से मैं इस्तीफा दे रहा हूं।
मध्य छतरपुर में डिप्टी कलेक्टर और लवकुश नगर में SDM के पद पर पदस्थ रही निशा बांगरे ने इस्तीफा देते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। निशा बांगरे ने आरोप लगाया कि घर के शुभारंभ पर जाने से मध्यप्रदेश शासन ने रोका था जिस कारण उन्होंने नोकरी से त्यागपत्र दे दिया, हालांकि चुनाव को लेकर जब बात की तो उन्होंने चुनाव लड़ने को लेकर अभी इंकार कर दिया लेकिन चर्चा है कि वह आने वाले विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी में हैं।
निशा बांगरे वर्तमान में लवकुश नगर की एसडीएम के रूप में कार्यरत है। उन्होंने अपने इस्तीफ में लिखा है कि मैं बहुत आहत हूं। मेरे घर के उदघाटन कार्यक्रम के अवसर पर विश्व शांतिदूत तथागत बुद्ध की अस्थियों के भी दर्शनलाभ करने की अनुमति न देने से मेरी धार्मिक भावनाओं को अपूर्णनीय क्षति पहुंची है। इसलिए मैं अपने मौलिक अधिकार, धार्मिक आस्था एवं संवैधानिक मूल्यों से समझौता करके अपनी डिप्टी कलेक्टर के पद पर बने रहना उचित नहीं समझती हूं। इसलिए मैं अपने डिप्टी कलेक्टर के पद से 22 जून को इस्तीफा देती हूं। बता दें इससे पहले भी निशा बांगरे प्रशासनिक सेवा छोड़कर राजनीति में आने की इच्छा जता चुकी है। छतरपुर में पदस्थ निशा बांगरे ने डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया है। गुरुवार को बांगरे ने सामान्य प्रशासन विभाग को अपना इस्तीफा भेज दिया। इसमें बांगरे ने विभाग के प्रमुख सचिव पर 25 जून को उनके घर के उदघाटन/शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने छुट्टी नहीं देने और धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया है। बांगरे ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की।
निशा बांगरे वर्तमान में लवकुश नगर की एसडीएम के रूप में कार्यरत है। उन्होंने अपने इस्तीफ में लिखा है कि मैं बहुत आहत हूं। मेरे घर के उदघाटन कार्यक्रम के अवसर पर विश्व शांतिदूत तथागत बुद्ध की अस्थियों के भी दर्शनलाभ करने की अनुमति न देने से मेरी धार्मिक भावनाओं को अपूर्णनीय क्षति पहुंची है। इसलिए मैं अपने मौलिक अधिकार, धार्मिक आस्था एवं संवैधानिक मूल्यों से समझौता करके अपनी डिप्टी कलेक्टर के पद पर बने रहना उचित नहीं समझती हूं। इसलिए मैं अपने डिप्टी कलेक्टर के पद से 22 जून को इस्तीफा देती हूं। बता दें इससे पहले भी निशा बांगरे प्रशासनिक सेवा छोड़कर राजनीति में आने की इच्छा जता चुकी है। निशा बांगरे ने विदिशा के इंजीनियरिंग कॉलेज से 2010 से 2014 के बीच पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने अमेरिका की बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम किया। इसके बाद 2016 में एमपी पीएससी की परीक्षा में उनका चयन डीएसपी के पद पर हुआ। इसके बाद 2017 में एमपी पीएससी में उनका चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ। अभी उनकी नौकरी को पांच साल हो चुके हैं।
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