गिरिडीह। झारखंड के गिरिडीह में वज्रपात से झुलसी महिला की समय पर इलाज नहीं होने की वजह से मौत हो गई। मामला गिरिडीह के गावां थानक्षेत्र अंतर्गत डाबर गांव की है। मृत महिला का नाम सरस्वती देवी है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक 55 वर्षीय सरस्वती देवी रविवार की शाम को तकरीबन 6 बजे अपने घर से बाहर मंदिर के पास बैठी थी। तभी बारिश के साथ वज्रपात हुआ और सरस्वती देवी इसकी चपेट में आ गई। परिजनों ने एंबुलेंस के लिए फोन किया लेकिन नदी में जलस्तर बढ़ा हुआ होने और पुल नहीं होने की वजह से एंबुलेंस चालक ने आने में असमर्थता जताई। ऐसे में परिजन आनन-फानन में बुरी तरह झुलस चुकीं सरस्वती देवी को खटिया में टांगकर अस्पताल के लिए निकले। गांव से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की दूरी 4 किमी है। बीच में उन्होंने नदी भी पार की। जब परिजन अस्पताल पहुंचे तो चिकित्सकों ने सरस्वती देवी को मृत घोषित कर दिया। यह जानकर परिजन चीत्कार कर उठे। गांव में सड़क और नदी में पुल नहीं होने की वजह से एंबुलेंस नहीं आई और परिजनों को अस्पताल पहुंचने में 1 घंटा से ज्यादा वक्त लग गया। परिजनों का कहना है कि यदि सही समय पर अस्पताल पहुंच जाते तो सरस्वती की जान बचाई जा सकती थी। मुखिया गुरुसहाय रविदास ने कहा कि नदी में पुल और सड़क नहीं होने की वजह से कोई वाहन गांव नहीं पहुंच सका।