पीयूष गोयल और नकवी की रणनीति से राज्यसभा में सरकार के नए सेनापतियों ने दिखाया दम

पीयूष गोयल और नकवी की रणनीति

Update: 2021-07-20 17:49 GMT

नई दिल्ली। विपक्ष के पास मुद्दे भी कई हैं और फिलहाल उनमें एकजुटता भी दिख रही है। लेकिन जिस तरह मानसून सत्र के दूसरे ही दिन राज्यसभा में शुरुआती अवरोध के बाद कामकाज शुरू हो गया उसे सरकार शुभ संकेत मान रही है। माना जा रहा है कि अगले दो दिनों में लोकसभा में भी कामकाज सुचारू हो सकता है। यह अरसे बाद हुआ है कि इतनी जल्दी सदन में कामकाज नियमित हो सका है। दो दिन पहले ही राज्यसभा में भाजपा ने नए नेता सदन के रूप में पीयूष गोयल और उपनेता के रूप में मुख्तार अब्बास नकवी का चयन किया है।

बताया जाता है कि मंगलवार को पेगासस के मुद्दे पर अवरोध और स्थगन के बीच गोयल और नकवी ने सभी दलों के बड़े नेताओं से अनौपचारिक चर्चा की और यह समझाया कि कोरोना पर चर्चा से भागना सही नहीं होगा। विपक्ष को यह बात समझ में आ गई और तत्काल चर्चा शुरू हो गई। यानी गाड़ी पटरी पर आ गई है।
जाहिर है कि लोकसभा में भी विपक्ष के नेताओं पर दबाव होगा कि वह शोर शराबे की बजाय अहम मुद्दों पर चर्चा के लिए आगे आएं। ऐसे में गुरुवार-शुक्रवार से नियमित कामकाज शुरू हो सकता है।
रामगोपाल यादव ने स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए बजट को बढ़ाने की मांग की
राज्यसभा में चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए बजट को बढ़ाने की मांग की। उन्होंने सदन में कहा, 'भविष्य की चुनौतियों के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय का बजट आवंटन बढ़ा दें। बजट से पहले मैंने निर्मला जी से स्वास्थ्य बजट बढ़ाने की बात कही थी। मौजूदा स्वास्थ्य बजट फर्जी है। वास्तविक बजट केवल 72,000 करोड़ रुपये का है। आपने अन्य विभागों का बजट स्वास्थ्य में जोड़ दिया।'


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