कोहकामेटा में पुलिस कैंप खुलने से सड़क, पुल पुलिया सहित कई भवनों का हुआ निर्माण

Update: 2023-07-11 11:23 GMT

नारायणपुर। जिले के अंदरूणी क्षेत्र के लोगांे को चार वर्ष पहले आवागमन सहित कई कठिनाईयों से गुजरना पड़ता था। जिला प्रशासन के सोच के अनुरूप पुलिस विभाग द्वारा अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस कैंप स्थापित होने से लोगों को अब आवागमन सहित शासकीय योजनाओं का लाभ मिलने लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि कोहकामेटा जैसे अंदरूणी क्षेत्र में सड़क, पुल पुलिया निर्माण सहित शासकीय भवन जैसे आश्रम छात्रावास, आंगनबाड़ी केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण होने से अब तक क्षेत्र के 50 से अधिक महिलाओं का डिलिवरी हो चुका है। अब हमें नारायणपुर मुख्यालय जाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। रात्रि या बरसात के दिनों में भी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कोहकामेटा में मरीजों का ईलाज होने लगा है। इसी प्रकार बे्रहबेड़ा, बासिंग, कुंदला, सोनपुर, साकड़ीबेड़ा मार्ग में पुल के निर्माण होने से ग्रामीणों को बारहमासी सुविधा मिल रही है।

पुलिस विभाग द्वारा अंदरूणी क्षेत्रों में कैंप स्थापित करने से ग्रामीणों और पुलिस की दुरियां कम होने लगी है। पुलिस विभाग द्वारा स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर ग्रामीणों का ईलाज करने से स्वास्थ्य लाभ गांव में ही मिल रहा है। घरेलू सामग्री भी समय समय पर उपलब्ध कराने से ग्रामीण में पुलिस के प्रति आत्म विश्वास बढ़ने लगी है। सोनपुर और कोहकामेटा में कन्या आश्रम का निर्माण होने से क्षेत्र के बच्चों को आश्रम में रहकर पढ़ने मे सुविधा हो रही है। नारायणपुर जिले के पल्ली बारसूर मार्ग में थाना धौड़ाई अंतर्गत कैंप कन्हारगांव, कड़ेनार, कड़ेमेटा में मौजूदा सुरक्षा बलों द्वारा लगातार इस क्षेत्र के एरियाडोमेनेशन, रोड सुरक्षा व रात्रि एंबुस लगाकर सुरक्षा दिया गया, जिसके फलस्वरूप पल्ली बारसूर मार्ग के अंतर्गत आने वाले सात पुल पुलिया का निर्माण पूरा हो गया है।

इसी प्रकार कोडोली, आकाबेड़ा, झारावाही में सड़क बनने से इस क्षेत्र के लोगों को आवागमन में सुविधा मिल रहा है। कुंदला, कोहकामेटा तथा कच्चापाल में सड़क बनने से नारायणपुर के अबुझमाड़ के प्रवेश द्वारा कहे जाने वाले अति संवेदनशील थाना कोहकामेटा क्षेत्र में सड़क बनने से लोगों को नारायणपुर मुख्यालय आने जाने में सुविधा हो रही है तथा स्थानीय लोगों में आत्म विश्वास बढ़ रहा है। नारायणपुर से महाराष्ट्र को जोड़ने वाली सोनपुर, मरोड़ा सड़क बनने से घनघोर अबुझमाड़ क्षेत्र के कुरूषनार, बासिंग, सोनपुर के कैंप मे तैनात सुरक्षा बलों द्वारा लगातार एरिया को सुरक्षित किये जाने के कारण यह संभव हो सका कि लोगांे को आवागमन में आज सुविधा हो रही है। सोनपुर से डांेढरीबेड़ा तक मुरूमीकरण, गिट्टी बिछाने का कार्य पूण हो चुका है। सोनपुर से डोंढरीबेड़ा कैंप के बीच लगभग आंठ पुल पुलिया निर्माणाधीन है। इसी प्रकार फरसगांव, भरण्डा, भाटपाल, धौड़ाई, झारा, बेनूर, एड़का, मुंजमेटा, कुरूषनार, सोनपुर, बासिंग, छोटेडोंगर, धनोरा, कड़ेमेटा, कन्हारगांव, कोहकामेटा, नारायणपुर, ओरछा, कुम्हारपारा, अमदई घाटी, कुकड़ाझोर, नेलवाड़, आकाबेड़ा और कडे़नार में सोलर आधारित नलजल योजना प्रारंभ होने से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मिलने लगा है।

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