ग्रेटर नोएडा (आईएएनएस)| एक तरफ बढ़ते हुए प्रदूषण के चलते लोगों का जीना मुहाल हो चुका था। वहीं अब कोहरे ने भी लोगों पर पड़ने वाली मार को दोहरा कर दिया है। एनसीआर में अगर ग्रेटर नोएडा की बात करें यहां का वायु प्रदूषण बेहद ही खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। सोमवार को ग्रेटर नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक 442 पर था और मंगलवार को भी यह 402 पर बना हुआ है, जो खतरे के निशान के आगे है। अधिकारियों के मुताबिक नोएडा और ग्रेटर नोएडा अचानक रेड जोन में पहुंच गए हैं। यूपीपीसीबी के अधिकारियों का कहना है कि अगर वायु गुणवत्ता सूचकांक ऐसे ही 400 के पार रहा है, तो ग्रेप-3 के नियमों को फिर से लागू करना पड़ेगा। इसके चलते निर्माण कार्य, ध्वस्ती कारण कार्य समेत कई और कार्यों पर पूरी तरह रोक लग जाएगी।
हवा की गति धीमी होना और तापमान में गिरावट यह दोनों ही आम जनता के लिए बेहद खतरनाक हैं। क्योंकि एक तरफ वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है और दूसरी तरफ कोहरा होने की वजह से वायु प्रदूषण वातावरण में जम जाएगा, जिसके चलते लोगों को सांस लेने में सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। बुजुर्गों और बच्चों के लिए यह मौसम सबसे ज्यादा खतरनाक होता है और इस मौसम में सांस संबंधी बीमारियां 15 से 20 प्रतिशत बढ़ जाती है।