अमेरिका। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत ने यूक्रेन को चिंतित कर दिया है. दरअसल, रूस के खिलाफ करीब तीन वर्षों से चल रहे युद्ध में यूक्रेन विदेशी सैन्य सहायता पर निर्भर है- विशेष रूप से अमेरिका पर. ट्रंप, रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को मिलने वाली अमेरिकी सैन्य और आर्थिक मदद की आलोचना करते रहे हैं. राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने के बाद अपने पहले संबोधन में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की पर बड़ा हमला बोलते हुए ट्रंप ने उन्हें एक शानदार ‘सेल्समैन’ बताया था. ट्रंप अपने चुनाव अभियान के दौरान इस मुद्दे को बार-बार उठाते रहे कि बाइडेन प्रशासन अमेरिकी नागरिकों के टैक्स का पैसा उन पर खर्च करने की बजाय, युद्ध में दूसरे देशों की सहायता करने पर खर्च कर रहा.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था, ‘अब तक पैदा हुए तमाम नेताओं में से जेलेंस्की शायद सबसे बेहतरीन सेल्समैन हैं. हर बार वह हमारे देश में आते हैं और 60 बिलियन डॉलर लेकर चले जाते हैं. वह चार दिन पहले ही अमेरिका से 60 बिलियन डॉलर लेकर घर पहुंचे और वहां पहुंचकर फिर ऐलान कर दिया कि उन्हें 60 बिलियन डॉलर की मदद और चाहिए. यह कभी खत्म नहीं होगा.’ ट्रंप ने दावा किया था कि वह राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद सत्ता हस्तांतरण से पहले ही इस मामले को सुलझा लेंगे. उन्होंने कहा था कि वह 24 घंटे में रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवा सकते हैं और बाइडेन प्रशासन पर आरोप लगाया था कि उसने युद्ध खत्म करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया.'
न्यूज एजेंसी एएफपी ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों पर यूक्रेन के लोगों से बातचीत की और उनकी राय जानने की कोशिश की. नतालिया पिचाकी, जो 2022 में रूसी सेना की घेराबंदी के बाद मारियुपोल शहर से पलायन कर गई थीं, उन्होंने कहा कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद उन्हे लगता है कि यूक्रेन को मिलने वाली सैन्य मदद कम हो जाएगी. पिचाकी ने कहा, 'यह हमारे लिए चिंता वाली बात है और हम बहुत परेशान हैं.'
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बुधवार को ट्रंप की जीत पर उन्हें बधाई दी और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से यूक्रेन में शांति आएगी. लेकिन अतीत पर नजर डालें तो ट्रंप के सहयोगियों ने यूक्रेन को युद्ध समाप्त करने के लिए विवादित क्षेत्रों को रूस को सौंपने का सुझाव दिया है. ट्रंप के सहयोगी जेडी वेंस अमेरिका के अगले उपराष्ट्रपति होंगे. उन्होंने कुछ समय पहले एक बयान में कहा था कि उन्हें यूक्रेन के भाग्य की परवाह नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उन्होंने कई मौकों पर दावा किया कि ट्रंप यूक्रेन युद्ध को समाप्त करवा सकते हैं.
बंद दरवाजों के पीछे, कुछ यूक्रेनी अधिकारी डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाली आगामी अमेरिकी सरकार को लेकर आशावादी बने हुए हैं और उन्होंने वेट एंड वॉच की नीति अपनाई है. आईटी प्रोफेशनल टेटियाना पोडलेस्का ने कहा कि यूक्रेन के लिए अमेरिकी समर्थन पूरी तरह इस बात पर निर्भर नहीं करता कि राष्ट्रपति कौन है. उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता है कि वह चीजों को पूरी तरह बदल देंगे.' हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन की बाइडेन प्रशासन से ज्यादा मदद करने की संभावना नहीं है.