दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी और इस्तीफे के बाद डिप्टी सीएम की नियुक्ति को लेकर चल रही अटकलों को बुधवार को खत्म कर दिया. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो देखेंगे. सीबीआई ने 2021-22 की दिल्ली शराब नीति बनाने और उसे लागू करने में कथित भ्रष्टाचार के आरोप में रविवार को मनीष सिसोदिया को अरेस्ट कर लिया था. सिसोदिया ने मंगलवार को दिल्ली मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था. सिसोदिया के इस्तीफे के बाद से ही संभावित उपमुख्यमंत्री को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं.
इस बीच जब सीएम केजरीवाल से पूछा गया कि क्या डिप्टी सीएम नियुक्त किया जाएगा, तो इस पर उन्होंने कहा,‘जरूरत पड़ी तो हम देखेंगे.’ दिल्ली सरकार के 33 विभागों में 18 विभाग सिसोदिया के पास थे, जिनमें स्वास्थ्य, वित्त, शिक्षा और गृह विभाग शामिल थे. केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि पूरे देश को दिल्ली के पूर्व मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पर गर्व है. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में हो रहे अच्छे कार्यों को रोकने के लिए दोनों को अरेस्ट किया गया है. AAP के विधायकों और पार्षदों के साथ बैठक के बाद केजरीवाल ने मीडिया में बीजेपी को चुनौती देने के अंदाज में कहा,‘AAP एक तूफान है. अब हम रुकने वाले नहीं हैं और हमारा समय आ गया है.’
मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के मंत्री पद से इस्तीफे के कुछ देर बाद ही अरविंद केजरीवाल ने दोनों के विभागों की जिम्मेदारी राजकुमार आनंद और कैलाश गहलोत को सौंप दी थी. जानकारी के मुताबिक AAP ने कैलाश गहलोत को वित्त, योजना, लोक निर्माण विभाग, शक्ति, आवास, शहरी विकास, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण और जल विभाग की जिम्मेदारी दी है. वहीं राज कुमार आनंद को शिक्षा, भूमि और भवन, विजिलेंस, सेवाएं, पर्यटन, कला संस्कृति और भाषा, श्रम, रोजगार, स्वास्थ्य और इंडस्ट्रीज विभाग सौंपा गया है.