धर्म परिवर्तन न करने पर पत्नी की हत्या, साथियों की मदद पति ने वारदात को दिया अंजाम

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Update: 2021-10-30 01:22 GMT

बरेली के चुरई दलपतपुर में धर्म परिवर्तन न करने पर पति ने साथियों के साथ मिलकर पत्नी की हत्या की थी। आरोपी ने अपने धर्म के बारे में झूठ बोलकर महिला से प्रेम विवाह किया था। मृतका का अंतिम संस्कार करने के बाद मायके वाले रात में थाने पहुंचे। मां की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी पति और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

गांव चुरई दलपतपुर की इस्लाम नगर गौंटिया में बनी कोठी में मंगलवार की रात में निशा संदिग्ध हालत में फांसी के फंदे पर लटकी मिली थी। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को बरेली भेज दिया था। गुरुवार को हुए पोस्टमार्टम में महिला की गला दबा कर हत्या करने की बात उजागर हुई।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद मायके वालों को सौंप दिया। मायके वालों ने बरेली में मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया। मायके वाले गुरुवार की रात में मीरगंज थाने पहुंचे। गांव मनोहरपुर थाना देवबंद सहारनपुर निवासी मृतका की मां कौशल देवी ने पुत्री के पति पर हत्या का आरोप लगाकर पुलिस को तहरीर दी।
पुलिस ने पति डा. इकबाल निवासी चुरई दलपतपुर एवं उसके साथियों के खिलाफ हत्या और विधि विरूद्ध धर्म सपरिवर्तन प्रतिशेध अधिनियम 2021 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। एसओ दयाशंकर ने बताया मां की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस विवेचना कर कार्रवाई करेगी।
धर्म परिवर्तन न करने पर की हत्या
मृतका की मां का आरोप है डा. इकबाल से शादी करने के बाद उनकी पुत्री निशा ने अपना धर्म नहीं छोड़ा था। पति कई माह से मेरी पुत्री पर धर्म परिवर्तन करने को दवाब देकर धमका रहा था। धर्म परिवर्तन न करने पर वह मेरी पुत्री को प्रताड़ित कर रहा था। वह धर्म न बदलने पर जान से मारने और सारी संपत्ति दूसरी पत्नी के नाम करने की धमकियां दे रहा था। निशा ने उन्हें फोन पर पति की प्रताड़ना के बारे में बताया था। 26 अक्टूबर को भी उसने निशा पर धर्म बदलने को दवाब बनाया। इंकार करने पर पति ने गला दबाकर निशा की हत्या कर दी।
साथियों की मदद से की थी हत्या
मां का आरोप है पत्नी से विवाद होने पर पति ने अपने साथियों को घर में बुला लिया। साथियों की मदद से पति ने निशा की हत्या कर घटना को आत्महत्या का रूप देने को शव पंखे में रस्सी बांध कर लटका लिया। निशा की हत्या में आरोपी पति की मदद कितने साथियों ने की यह पुलिस की जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। मृतका की पुत्रियों ने भी पुलिस को हत्या के समय घर में पिता के साथ कई लोगों के मौजूद होने की बात बताई है।
पुत्रियों की आंखों के सामने कर दी मां की हत्या
आरोपी ने पत्नी की हत्या उसकी पुत्री रिया और रोशनी के सामने कर दी। पुत्रियों के रोने पर उन्हे जान से मारने की धमकी देकर चुप करा दिया। मायके वालों ने बताया निशा का शव फंदे पर लटकाने के बाद पिता ने दोनों पुत्रियों को कमरे में बंद कर दिया। उसके बाद पिता साथियों के साथ फरार हो गया।
धोखा देकर की थी शादी
मायके वालों ने पुलिस को बताया निशा रिश्तेदार की शादी में डा. इकबाल से मिली थी। एक ही नजर में दोनों में प्यार हो गया। इकबाल ने उनकी पुत्री को अपने को हिंदू बताया था। दस साल पहले निशा ने उससे शादी कर ली। शादी करके वह निशा को चुरई दलपतपुर ले आया। कुछ दिन किराए के मकान में रहा।
शादी के बाद निशा को पति के मुस्लिम होने, पहले से शादीशुदा होने और पति के चार बच्चे होने की जानकारी हुई। पूछने पर उसने कह दिया दोनों अपने अपने धर्म को मानेंगे। इकबाल से उसके दो पुत्रियां पैदा हुईं। लेकिन कुछ माह पहले उसने धर्मपरिवर्तन को धमकाना शुरू कर दिया।
निशा के नाम से खरीदी थी जमीन
पुलिस ने बताया डा. इकबाल ने वर्षों पहले चुरई दलपतपुर में 300 वर्ग गज जमीन रोड किनारे खरीदी थी। इसमें 200 गज जमीन उसने निशा के नाम थी। इसी जमीन पर उसने तीन मंजिला कोठी बनाई थी। पति पत्नी दोनों पुत्रियों के साथ इसी कोठी में रहते थे। इस बेमेल प्रेम कहानी का निशा की हत्या के साथ दुखद अंत हो गया। पुलिस ने बताया आरोपी का पत्नी से कई दिनों से विवाद चल रहा था।
बेसहारा हो गई पुत्रियां
निशा की हत्या के बाद उसकी पुत्री रिया और रोशनी बेसहारा हो गई हैं। फरार आरोपी पिता को पुलिस गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज देगी। मां की अपनी आंखों के सामने हत्या होने से दोनों पुत्रियां सहमी हुई हैं। घटना के बाद उन्होने कुछ खाया भी नहीं है। नानी दोनों को अपने साथ सहारनपुर ले गई हैं। नानी ही उनको पालेंगीं।
जाफरपुर में रहती है पहली पत्नी
आरोपी इकबाल मूल रूप से शीशगढ़ के गांव जाफरपुर का निवासी है। जाफरपुर में उसकी पहली पत्नी अपने बच्चों के साथ रहती हैं। गांव में उसकी जमीन भी है।
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