SDM नहीं बन पाई बहू तो ससुराल वालों ने किया अत्याचार, मारपीट कर निकाला घर से
झुंझुनूं. महिला शिक्षा अग्रणी झुंझुनूं की बेटियां ऊंचे औहदों पर पहुंचकर अपना और परिवार का नाम रोशन कर रही है. लेकिन इसके साथ ही 'बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ' में अव्वल झुंझुनूं जिले में बेटियों पर अत्याचार भी बढ़ने लगे हैं. ताजा मामले में एक बहू RAS नहीं बन पाई तो सुसराल वालों ने बहू घर से ही निकाल दिया. जब आरएएस प्री पास कर ली थी तो सुसराल पक्ष के लोगों ने रिश्ता किया था. बहू एसडीएम बन जाएगी, लेकिन नहीं बनी तो जुल्म करना शुरू कर दिया. मारपीट कर घर से ही निकाल दिया. बहू ने काफी प्रयास किए, लेकिन वह अधिकारी नहीं बन पाई.
झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ कस्बा निवासी ऊषा ने बताया कि उसने वर्ष 2013 में आरएएस प्री क्लियर किया था. इस दौरान उसका रिश्ता बुगाला निवासी विकास कुमार के साथ हुआ था. विकास कुमार पॉलिटेक्निकल कॉलेज में व्याख्याता है. उन्हें लगा कि ऊषा जल्द ही आरएएस बन जाएगी. इसके बाद साल 2016 में दोनों की शादी हो गई. ऊषा ने बताया कि शादी के बाद आरएएस मैन्स हुई. इस परीक्षा में ऊषा कामयाब नहीं हो पाई. इसके के साथ ऊषा पर ताने शुरू हो गए. उसको ससुराल पक्ष के लोगों ने परेशान करना शुरू कर दिया. पति खुद लेक्चर हैं, वह भी कहने लगा कि अधिकारी नहीं बन पाई.
पिता जगदीश प्रसाद लोहरानिया ने बताया कि नवलगढ़ तहसील के बुगाला गांव के ससुराल पक्ष वालों के खिलाफ युवती ने दहेज प्रताड़ना, घरेलू हिंसा व मारपीट कर घर से निकालने का मामला दर्ज कराया है. युवती के पति विकास कुमार, सास विमला देवी ससुर नानडऱाम व उनके विवाह के बिचौलिये संजय कुमार पुत्र मुखराम व उनकी पत्नी प्रकाश वर्मा ने एकमत राय होकर मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया. लड़की आरएएस प्री परीक्षा पास कर चुकी है. वह जल्दी ही प्रशासनिक अधिकारी बन जाएगी. विकास कुमार बुगालिया पॉलिटेक्निकल कॉलेज में व्याख्याता लगा हुआ है. युवती ने रिपोर्ट में लिखा है कि उनका पति विकास कुमार बुगालिया आदतन शराबी है.
ऊषा ने बताया कि 2016 में राजस्थान लोक सेवा आयोग की आरएएस प्री एग्जाम पास कर चुकी थी. आरएएस मैंस कंपटीशन की तैयारी कर रही थी. जो रिश्ते के समय उन्होंने आरएएस प्री रिजल्ट देख कर रिश्ता तय किया था. शादी के बाद वह अपने पति के साथ ससुराल में रह रही थी. पति और सुसराल पक्ष की प्रताड़ना के कारण वह आरएएस की मुख्य परीक्षा में सफल नहीं हो सकी. उसके बाद उनके ससुराल के लोगों ने आरएएस नहीं बन पाई तो घर से निकाल दिया. ऊषा ने बताया कि वह लगातार अन्य परीक्षाओं की तैयारी करती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली. इससे सुसराल पक्ष के लोगों नाराज हो गए और प्रताडि़त करने लगे.