New Delhi. नई दिल्ली। ओडिशा के विधायक दल के नेता का चुनाव करने के लिए भुवनेश्वर में बैठक शुरू हो गई है। बैठक में केंद्रीय मंत्री और भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव मौजूद हैं।
ओडिशा का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? सियासी गलियारों में इसको लेकर चर्चा तेज है. लोगों की भी नजर इसी पर टिकी हुई है. मुख्यमंत्री का चयन करने के लिए भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के विधायक दल की बैठक चल रही है.भाजपा आलाकमान ने राज्य में सीएम का चेहरा तय करने के लिए केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव को पर्यवेक्षक बनाया है. भाजपा ने विधानसभा चुनाव में राज्य में शानदार जीत दर्ज की है. करीब 24 साल से काबिज बीजेडी को सत्ता से बेदखल किया है.
ओडिशा में विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के एक हफ्ते बाद राज्य में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का विधायक दल मुख्यमंत्री का चुनाव करने के लिए मंगलवार को अपनी पहली बैठक करेगा। यह जानकारी भाजपा के एक नेता ने दी, भाजपा को 147 सदस्यीय राज्य विधानसभा में बहुमत मिला है। बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी ने कहा कि बैठक शाम भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में है, उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव पर्यवेक्षक के रूप में बैठक में भाग लेने के लिए भुवनेश्वर पहुंच गए हैं।
मतदान के बाद चार जून को हुई मतगणना में भाजपा ने 147 विधानसभा सीट में से 78 सीट जीतकर बहुमत हासिल किया।पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा कि चूंकि संबलपुर के सांसद धर्मेंद्र प्रधान नरेन्द्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में मंत्री बन गए हैं, इसलिए अब मुख्यमंत्री पद के लिए ध्यान ब्रजराजनगर विधानसभा सीट से निर्वाचित सुरेश पुजारी और भाजपा की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल पर है। नेता ने कहा कि भले ही सामल चांदबली सीट पर विधानसभा चुनाव में 1,916 मतों के अंतर से हार गए, लेकिन मुख्यमंत्री पद के लिए उनके नाम पर विचार किया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने चुनावों में पार्टी की जीत में बहुत बड़ा योगदान दिया है।