पीएम नरेंद्र मोदी की 'ड्रीम टीम' में कौन-कौन? अनुराग ठाकुर के प्रमोशन की सुगबुगाहट
मोदी कैबिनेट में विस्तार के बाद अनुसूचित जाति के 12 मंत्री हो सकते हैं. ये सभी नेता अलग-अलग आठ राज्यों से हैं इनमें से 8 कैबिनेट मंत्री हो सकते हैं. वहीं अनुसूचित जनजाति के भी कई नेता शामिल हो सकते हैं.
मोदी मंत्रिमंडल में अनुराग ठाकुर का प्रमोशन किया जा सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए वह भी पीएम आवास पहुंच चुके हैं. ऐसा माना जा रहा है कि जो नए चेहरे पीएम आवास पहुंचे हैं उन्हें मंत्रीपद दिया जा सकता है.
मोदी सरकार 2.0 का सबसे बड़ा कैबिनेट विस्तार होने जा रहा है. माना जा रहा है कि इस बार कई युवाओं को मौका मिल सकता है. साथ ही कई मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है. मोदी सरकार (Modi Government) के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद से ही कई मंत्री ऐसे हैं, जिनके पास एक से अधिक मंत्रालय हैं. ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि कई मंत्रालयों में फेरबदल भी हो सकता है.
मौजूदा कैबिनेट (Modi Cabinet) में ऐसे कितने मंत्री हैं, जिनके पास एक से अधिक मंत्रालय हैं, ज़रा नज़र डालिए... (कैबिनेट मंत्रियों की लिस्ट)
• नितिन गडकरी: सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय
• नरेंद्र सिंह तोमर: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, पंजायती राज मंत्रालय, खाद्य प्रसंस्कनरण उद्योग मंत्रालय
• निर्मला सीतारमण: वित्त मंत्रालय, कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय
• रविशंकर प्रसाद: कानून एवं न्याय मंत्रालय, संचार मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स-सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय
• स्मृति ईरानी: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय
• डॉ. हर्षवर्धन: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भू-विज्ञान मंत्रालय
• प्रकाश जावड़ेकर: पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय
• पीयूष गोयल: रेल मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय
• धर्मेन्द्र प्रधान: पेट्रोलियम एवं प्रकृति गैस मंत्रालय, इस्पात मंत्रालय
• प्रल्हाद जोशी: संसदीय कार्य मंत्रालय, कोयला मंत्रालय, खान मंत्रालय
आपको बता दें कि कैबिनेट विस्तार से ठीक पहले थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया है. ऐसे में उनके पास जो सामाजिक न्यानय एवं अधिकारिता मंत्रालय था, वह भी खाली हुआ है. यहां पर भी एक मंत्री को मौका मिलेगा, साथ ही कैबिनेट विस्तार से पहले एक 'सहकार मंत्रालय' बनाया गया है. ऐसे में इस मंत्रालय की कमान पहली बार कौन संभालता है, इस पर भी निगाहें टिकी हैं.
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में होने वाला ये पहला बड़ा विस्तार है. ऐसे में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों, 2024 के लोकसभा चुनावों पर फोकस किया जा रहा है. कैबिनेट विस्तार में एसटी, ओबीसी समुदाय के लोगों को मौका मिल सकता है, साथ ही युवा नेताओं पर ज़िम्मेदारी सौंपी जा सकती है.
आपको बता दें कि अभी केंद्रीय मंत्रिमंडल में कुल 53 मंत्री शामिल हैं. जबकि केंद्रीय मंत्रिमंडल में कुल 81 मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है. इनमें कैबिनेट मंत्री, स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्री और राज्य मंत्रियों की संख्या भी शामिल है. ऐसे में करीब 20 मंत्रियों को कैबिनेट विस्तार में जगह मिल सकती है.