जब एंबुलेंस के लिए थम गया पूरा शहर, वीरान हुई सड़कें, देखें VIDEO

Update: 2020-12-08 11:11 GMT

फाइल फोटो 

बेंगलुरु. मेडिकल इमरजेंसी (Medical Emergency) के दौरान ट्रैफिक पुलिस जीरो ट्रैफिक जोन (Zero Traffic Zone) या ग्रीन कॉरिडोर (Green Corridor) तैयार करती है. इससे गंभीर रूप से बीमार मरीजों को कम से कम समय में अस्पताल पहुंचने में मदद मिलती है. ऐसा ही एक मामला कर्नाटक (Karnataka) में सामने आया, जहां एक बीमार महिला को ले जा रही एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए आम लोगों ने जागरूकता दिखाई और जीरो ट्रैफिक जोन तैयार किया.

क्या था मामला
Daijiworld के अनुसार, सुहाना नाम की एक 22 साल की युवती की आपातकाल स्थिति में फेफड़ों की सर्जरी (Lungs Surgery) होनी थी. ऐसे में हनीफ नाम के युवक ने सुहाना को पुट्टूर स्थित महावीर मेडिकल कॉलेज से बेंगलुरु के वैदेही हॉस्पिटल तक तेज रफ्तार एंबुलेंस (Ambulance) के जरिए पहुंचाया. खास बात है कि करीब 370 किमी की इस दूरी को हनीफ ने महज 4 घंटों में पूरा किया. इस काम में कर्नाटक के दक्षिण जिले के लोगों ने यातायात को काबू कर साथ दिया.
मरीज की सुरक्षा को लेकर जागरूकता इस कदर थी कि स्थानीय लोगों को मरीज के बारे में जानकारी थी. स्थानीय लोग लगातार जीरो ट्रैफिक तैयार करने में पुलिस की मदद कर रहे थे. आम लोगों के अलावा कई संस्थाओं के वॉलंटियर्स और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी मदद की. ये सभी लोग मैसेजिंग ऐप्स के जरिए आपस जुड़े थे और एंबुलेंस की सटीक लोकेशन शेयर कर रहे थे. इन कार्यकर्ताओं के जरिए जानकारी रास्तों पर मौजूद आम लोगों तक आ रही थी.
सुहाना को कम से कम समय में अस्पताल पहुंचाने का लक्ष्य रखे हनीफ ने समाचार पोर्टल को बताया कि उनके लिए हर जान जरूरी होती है. उन्होंने कहा कि वह केवल मरीज को कम से कम समय में अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचाने की कोशिश कर रहे थे. रिपोर्ट के मुताबिक, सब इंस्पेक्टर श्रीनाथ रेड्डी ने आम जनता और पुलिस के प्रयासों की सराहना की है.

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