जब असली पुलिस से नकली पुलिस का हुआ सामना, फिर थाने में हुआ ये खुलासा
तलाशी के दौरान इनके पास से फर्जी आईडी कार्ड, एक कार, अवैध हथियार और दो हथकड़ी बरामद की गईं.
राजस्थान के भरतपुर में फर्जी पुलिस कर्मी बनकर जिम संचालक से अवैध वसूली कर रहे तीन ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अचानक ही असली पुलिसकर्मियों को देख तीनों ठगों के पसीने छूट गए. पुलिस तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर थाने ले आई. तलाशी के दौरान इनके पास से फर्जी आईडी कार्ड, एक कार, अवैध हथियार और दो हथकड़ी बरामद की गईं.
भरतपुर के नगर कस्बे में रहने वाले तुलसी राम जिम चलाते हैं. तुलसी राम जब जिम पर बैठे हुए थे, तभी वहां एक गाड़ी आकर रुकी. गाड़ी में से तीन शख्स उतरे और खुद को जयपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में तैनात बताते हुए जिस संचालक को हड़काने लगे. जिम संचालक को आरोपियों ने बातों में फंसाते हुए कहा कि सूचना है कि जिम में ऑनलाइन साइट पर ठगी करने वाले आते हैं.
जिम संचालक फर्जी पुलिसकर्मियों की बातों में आकर डर गया. इसके बाद इन लोगों ने कमीशन की बात शुरू कर दी. सीधे कहा कि 20 प्रतिशत का कमीशन देना होगा, तभी यहां जिम चलने देंगे. जिम संचालक को इन लोगों पर कुछ शक हुआ, तो उसने चुपके से पुलिस को सूचना दे दी और तब तक इनको अपनी बातों में उलझाये रखा.
सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई. असली पुलिस को देख आरोपियों के पसीने छूट गए. इस दौरान इनका आईडी कार्ड देखा गया, तो फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया. पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया और अपने साथ पुलिस थाने ले आई.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जमशेद, फारुख और शाहरुख के रूप में हुई. तीनों ही आरोपी अलवर जिले में लक्ष्मणगढ़ थाना इलाके के गांव सोराई के रहने वाले हैं. पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने बताया हिरासत में आए तीनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.