जब मरीज के परिजन बनकर हॉस्पिटल पहुंचे कलेक्टर, ड्यूटी से नदारद डॉक्टरों की लगाई जमकर क्लास

जानिए फिर क्या हुआ

Update: 2021-10-06 15:05 GMT

कानपुर में जिला अस्पताल उर्सला का हाल जानने के लिए जिलधिकारी औचक निरीक्षण को पहुंच गए. बिना किसी को बताए आम आदमी बनकर जिलाधिकारी उर्सला अस्पताल पहुंच गए. जहां उन्होंने लाइन में लगकर पर्चा बनवाया और डॉक्टर को दिखाने के लिए 45 मिनट तक इंतजार करते रहे. 8:45 बजे तक उर्सला अस्पताल में डॉक्टर नहीं पहुंचे थे. डीएम ने अकेले ही पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया. डीएम विशाख जी अय्यर ने बताया कि अस्पताल में निरीक्षण के दौरान साफ सफाई भी नहीं मिली. अस्पताल में सुबह से ही मरीज और तीमारदार आने लगते हैं, लेकिन 8:45 बजे तक को अस्पताल में डॉक्टर नहीं पहुंचे थे. डीएम ने उर्सला अस्पताल के डायरेक्टर डॉ किरण सचान को फोन किया और अव्यवस्थाओं के बारे में अवगत कराया. डीएम ने साफ-सफाई और डॉक्टर के समय से ओपीडी में मौजूद ना होने के लिए जवाब मांगा है.

जिलाधिकारी विशाख सुबह 8:00 बजे उर्सला अस्पताल पहुंच गए. यहां सबसे पहले उन्होने लाइन में लगकर ओपीडी के लिए अपना पर्चा बनवाया. पर्चा बनवाने के दौरान आंखों का चेकअप कराने की बात कही. इसके बाद वह नेत्ररोग विभाग के बाहर बैठ गए.यहां वह करीब 45 मिनट तक बैठे रहे. इसके बावजूद डाक्टर अस्पताल नहीं पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अस्पताल के स्टाफ से भी बात की. लेकिन, उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला. इसके अलावा वह तीमारदारों से भी उन्होंने हालचाल जाना व अस्पताल की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली.

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