जब अरविंद केजरीवाल ने भाजपा समर्थक से पूछा कि अगर मैं हार गया, तो तुम्हारा क्या होगा?
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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को एक वीडियो जारी किया। इसमें कथित भाजपा समर्थक से उन्होंने बातचीत की। केजरीवाल ने बताया कि हाल ही में मेरी भाजपा के एक कट्टर समर्थक से बातचीत हुई थी। बातचीत के क्रम में भाजपा समर्थक ने मुझसे पूछा कि अगर आप आगामी विधानसभा चुनाव में हार गए तो क्या होगा? इस पर मैंने कहा कि भई मेरी छोड़ो, तुम बताओ कि अगर मैं हार गया, तो तुम्हारा क्या होगा? इसके बाद वो एकदम सकपका गया और उसने मुझसे पूछा कि ऐसा क्यों?
केजरीवाल वीडियो में बताते हैं कि मैंने इसके बाद उस भाजपा समर्थक से सवाल पूछा कि तुम्हारे बच्चे कहां पढ़ रहे हैं, तो इस पर उसने कहा कि सरकारी स्कूल में। मैंने कहा कि अच्छा तो ये बताओ कि स्कूल कैसे चल रहे हैं, तो उसने कहा कि अच्छा चल रहे हैं, पढ़ाई अच्छी चल रही है और टीचर्स भी अच्छे से पढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद मैंने उससे पूछा कि ये बताओ कि देश में कितने राज्यों में भाजपा की सरकार है? मैंने उससे पूछा कि किस राज्य में सबसे अच्छे स्कूल हैं, तो उसने कहा कि कहीं नहीं है। इसके बाद मैंने कहा कि अच्छा तो ये बताओ कि अगर मैं हार गया, तो तुम्हारे बच्चों का क्या होगा? अगर मैं हार गया, तो दिल्ली के सरकारी स्कूल फिर से कबाड़ा हो जाएंगे।
केजरीवाल वीडियो में बताते हैं कि इसके बाद मैंने उस भाजपा समर्थक से पूछा कि 24 घंटे बिजली आती है, तो उसने कहा कि हां, आती है। इसके बाद मैंने पूछा कि तुम्हारा बिजली का बिल कितना आता है, तो उसने कहा कि जीरो आता है। वहीं, उत्तर प्रदेश में जहां भाजपा की सरकार है, वहां पर बिजली का बिल कितना आता है, तो इस पर उसने कहा कि वहां तो हजारों रुपए बिल आता है। इसके बाद मैंने उससे कहा कि अच्छा तो ये बताओ कि अगर मैं हार गया, तो तुम्हारा क्या होगा? दिल्ली में फ्री बिजली, फ्री पानी, महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा, यह सब तो बंद हो जाएंगे। इन सब में तुम्हारे पूरे 25 हजार रुपए खर्च हो जाएंगे। इसके बाद भाजपा का समर्थक मुझसे कहता है कि मेरी 1 लाख रुपए सैलरी है। इसके बावजूद भी मुझे कई तरह की आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
केजरीवाल वीडियो में बताते हैं कि इन सभी संवादों के बाद मैंने कहा कि भाई ऐसा है कि राजनीति के बारे में मत सोचो, अगर कुछ सोचना है, तो अपने बारे में सोचो, अपनी भलाई के बारे में सोचो, तो इस पर उसने मुझसे कहा कि इस बार तो मैं आपको वोट दे दूंगा, लेकिन भाजपा को नहीं छोड़ूंगा। इस पर मैंने कहा कि चल भाई, जैसी तेरी मर्जी।