जब लड़कियों ने अपनी सहेली की रुकवा दी शादी, लड़के की बढ़ी टेंशन, जानें पूरा माजरा
आगे पढ़ाई कर कुछ बनना चाहती है।
मांडर: झारखंड में कुछ लड़कियों ने अपनी सहेली की शादी रुकवा दी। दरअसल, एक नाबालिग लड़की की शादी जबरदस्ती कराई जा रही थी। उसने इसकी जानकारी अपनी सहेलियों की दी। लड़कियों ने पुलिस से मदद ली और उसकी शादी कैंसल करा दी। यह मांडर के नरकोपी थाना क्षेत्र के पचपदा गांव की घटना है। पुलिस और डालसा की टीम ने 22 अप्रैल को होने वाली एक नाबालिग की शादी रुकवा दी।
दरअसल, 16 साल की सोनाली कस्तूरबा स्कूल मांडर में नौवीं की छात्रा है। सोनाली ने बताया कि वह पिछले महीने होली की छुट्टी में घर गई थी। इसी दौरान उसका विवाह परिजनों ने बेड़ो थाना क्षेत्र के रहन वाले एक युवक से तय कर दी थी। इसके बाद सोनाली को जैसे पता चला कि उसका विवाह तय हो गया है, उसने अपनी सहेलियों से कहा कि वह अभी शादी नहीं करना चाहती है और आगे पढ़ाई कर कुछ बनना चाहती है।
इसी दौरान शनिवार को पीएलवी सुमन ठाकुर लीगल लिट्रेसी क्लब में लीगल क्लास लेने पहुंची तो सोनाली की सहेलियों ने उन्हें सारी बात बताई। इसके बाद डालसा सेक्रेट्री के माध्यम से जिले के आला अधिकारियों को नाबालिग की शादी की जानकारी दी गई। जानकारी मिलते ही कस्तूरबा स्कूल की वार्डन इंदु, नरकोपी पुलिस और पूर्व मुखिया बीरेंद्र उरांव सोनाली के घर पहुंचे और कानून का हवाला देते हुए शादी रुकवा दी।
बैठक में बेड़ो से लड़के को भी बुला लिया गया था। समाजसेवी बीरेंद्र उरांव ने बताया कि लड़के को समझाया गया कि तुम्हारे पास दो विकल्प है या तो तुम तीन साल तक लड़की के बालिग होने का इंतजार करो या फिर नाबालिग के साथ शादी करने के जुर्म में तुम्हें सजा भी हो सकती है। यदि तुम्हारे परिवार को शादी की जल्दी है तो तुम कहीं और शादी करने के लिए स्वतंत्र हो। वहीं लड़की के मां-बाप ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। दूसरी ओर लड़की को मांडर स्थित कस्तूरबा आवासीय विद्यालय के हॉस्टल में भेज दिया गया है।