नयी दिल्ली (आईएएनएस)| केंद्रीय खेल मंत्रालय के भारतीय कुश्ती महासंघ की सभी मौजूदा गतिविधियों को निलंबित कर देने और उसकी रोजाना की कार्यशैली को देखने के लिए एक ओवरसाइट समिति नियुक्त कर देने के बाद महासंघ की रविवार को अयोध्या में होने वाली आम सभा बैठक रद्द कर दी गयी है।
समिति डब्ल्यूएफआई के प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ लगे यौन शोषण और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करेगी। जांच पूरी होने तक बृज भूषण अपने पद से अलग रहेंगे।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "खेल मंत्रालय ने शनिवार को भारतीय कुश्ती महासंघ को बता दिया है कि सरकार के विभिन्न आरोपों की जांच के लिए ओवरसाइट समिति नियुक्त करने के फैसले के मद्देनजर डब्ल्यूएफआई अपनी सभी मौजूदा गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करेगी जब तक ओवरसाइट समिति औपचारिक रूप से नियुक्त नहीं कर दी जाती और डब्ल्यूएफआई का रोजाना का कामकाज संभाल नहीं लेती।"
बयान में कहा गया है, "खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई से उत्तर प्रदेश के गोंडा में मौजूदा रैंकिंग टूर्नामेंट को रद्द करने के लिए भी कहा है। मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई को सभी भागीदारों से लिए गए प्रवेश शुल्क को लौटाने का भी निर्देश दिया है।"
उल्लेखनीय है कि प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात और आरोपों की जांच का आश्वासन मिलने के बाद अपना धरना वापस ले लिया है।
शीर्ष भारतीय पहलवानों बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मालिक और अन्य पहलवानों ने 18 जनवरी को डब्ल्यूएफआई के खिलाफ धरना दिया था। 28 वर्षीय विनेश ने आरोप लगाया था कि बृज भूषण महिला पहलवानों का यौन शोषण कर रहे हैं।