WCREU ने किया जोनल कांफ्रेंस का आयोजन

Update: 2023-04-18 04:28 GMT

जबलपुर। वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) द्वारा जबलपुर में रेलवे के मिनिस्ट्रीयल एवं अकाउंट स्टाफ का जोनल कांफ्रेंस का आयोजन किया गया. इस कांफ्रेेंस में इन स्टाफ की पिछले काफी समय से लंबित समस्याओं के साथ-साथ रोजमर्रा के कामों में आ रही परेशानियों पर विस्तार से चर्चा की गई. कांफ्रेंस में डबलूसीआरईयू के महामंत्री कामरेड मुकेश गालव ने इन स्टाफ को आश्वस्त किया कि यूनियन हमेशा की तरह उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और उनकी हर समस्याओं का निराकरण कराया जाएगा.

डबलूसीआरईयू द्वारा मिनिस्ट्रीयल एवं अकाउंट स्टाफ की जोनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन जबलपुर उमंग सामुदायिक भवन में रविवार 16 अप्रैल को किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में जबलपुर, भोपाल, कोटा के मिनिस्ट्रीयल स्टाफ शामिल हुए, कॉन्फ्रेंस में महामंत्री मुकेश गालव, भोपाल मंडल अध्यक्ष टी के गौतम, जबलपुर मंडल सचिव रोमेश मिश्रा, मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला, ए कृष्णा राव सहित बड़ी संख्या में डीआरएम ऑफिस के कार्मिक विभाग के कर्मचारी शामिल हुए.

- अन्य संवर्गों की तरह आशुलिपिक संवर्ग, राजभाषा सहायक एवं मु. विधि सहायक में भी समयबद्ध 4800 एवं 5400 के पदोन्नति के आदेश जारी किये जाये.

- आशुलिपिक संवर्ग के उच्चतम कोटि का कार्य यदि निम्न कोटि के आशुलिपिक से कराया जा रहा है तो उन्हें स्थानापन्न भत्ता दिया जावे.

- सभी महिला कर्मचारियों हेतु पृथक शौचालय, चेंजिंग रूम एवं टिफिन रूम की व्यवस्था की जाये.

- लिपिकीय संवर्ग में कर्मचारियों पर कार्य का बोझ अत्यधिक बढ़ रहा है शीघ्र ही रिक्त पदों को भरा जाये.

- पर्याप्त मात्रा में आफिसों में कम्प्यूटर/प्रिन्टर की व्यवस्था की जावे एवं उनके मेनटेन्स हेतु कोई निर्धारित पॉलिसी बनाई जाये.

- लिपिकीय संवर्ग में जो कर्मचारी आरआरबी/अनुकम्पा/ मेडीकल डिकेटेराईज आदि से आते हैं उन्हें ट्रेनिंग की व्यवस्था कर ट्रेनिंग पश्चात् ही स्वतंत्र प्रभार पर कार्य कराया जाये.

- लिपिकीय संवर्ग के कर्मचारियों से अवकाश के दिनों में जब तक अत्यंत आवश्यक न हो, तब तक कार्य करने हेतु फोन/मेसेज कर दबाव न बनाया जाये. इस संबंध में स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किये जावे. लिपिकीय संवर्ग में कार्य के अनुसार पदों का पिन प्वाइंटिंग की जावे. लिपिकीय संवर्ग में विभिन्न कोटा के तहत सभी पदो में शीघ्र पदोन्नति सुनिश्चित की जाये.

- लिपिकीय संवर्ग में कार्यरत लिपिको एवं कल्याण निरीक्षको / स्टेनोग्राफर जिनकी आयु 50 वर्ष से अधिक है, को कम्प्यूटर / एचआरएमएस की कम से कम 02 माह ट्रेनिंग उनके कार्यस्थल पर कराई जाये. टाइपिस्ट संवर्ग के कर्मचारियों जिन्हें अभी तक लिपिकीय संवर्ग में मर्ज नहीं किया है उन्हें तत्काल मर्ज किया जाये मिनिस्ट्रीयल स्टाफ के उच्च ग्रेड पे की कैटेगरी में अपग्रेडेशन कर पदों की संख्या बढ़ाई जाये. वरि. लिपिक ग्रेड पे 2800 के पदों की लिखित उपयुक्तता परीक्षा के स्थान पर सेवा रिकार्ड के आधार पर उपयुक्ता की जांच की जाये जैसा अन्य कोटियों जैसे सीनियर टीसी, सीनियर टीएनसी, सीनियर एसबीसी आदि में किया जाता है.

- स्थापना कार्यालयों में नीति अनुभाग को पूर्ण रूप से अपडेट किया जाये. 16. लिपिकीय सवर्ग एवं अकाउंटस् स्टाफ को कार्यस्थल पर प्रर्याप्त फर्नीचर, संसाधन एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाये.

- दिव्यांग कर्मचारियों हेतु कार्यस्थल पर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाये. पदों के सरेण्डरिंग के नाम पर गैर संरक्षा के पदों अर्थात लिपकीय संवर्ग के पदों का सेरेंडरिंग बंद किया जाये.

- कनिष्ठ लिपिक को 2400 वरि लिपिक को 4200, कार्यालय अधीक्षक को 4600 एवं मु. का. अशी को 4800 का प्रारम्भिक ग्रेड पे दिया जाये. समस्त लिपकीय कर्मचारी विशेषकर डिपो में कार्य करने वाले कर्मचारियों को कम्प्यूटर, प्रिन्टर, इंटरनेट सुविधा प्रदान की जाये ताकि ऑफिस में कार्य करने में सुविधा हो .

- दिव्यांग कर्मचारियों को रेलवे बोर्ड के पत्रानुसार पदोन्नति में आरक्षण का रोस्टर जाए. 24. रेलवे बोर्ड के दिशा निर्देश के अनुसार फिल्ड यूनिटों / डिपो में भी मिनिस्ट्रीयल स्टाफ के भी प्रति सप्ताह 40 घंटे का रोस्टर लागू किया जाये .

- अतिरिक्त कार्य के लिये प्रोत्साहन भत्ता (आनरेरियम) प्रदान किया जाये. लिपिकीय संवर्ग में मुख्य कार्यालय अधीक्षक के पदों का प्रतिशत 19% से बढ़ाकर किया जाये. एचआरएमएस पर कार्य करने हेतु सभी सुविधायें उपलब्ध कराई जाये. एचआरएमएस के ट्रांसफर मोडयूल में रिमार्क्स अंग्रेजी भाषा के साथ साथ हिन्दी भाषा लिखने की वैकल्पिक सुविधा प्रदान की जाये. एचआरएमएस के ट्रांसफर मोडयूल में कई समस्यायें हैंं जिसमें मोबाईल एप्लीकेशन वर्क करने से कर्मचारियों को बहुत परेशानी आ रही है तथा लिपिकीय स्टाफ भी इसकी कमिय कारण समय पर कार्य पूर्ण नहीं कर पा रहे है. जिससे अनावश्यक विवाद की स्थिति बन है. एचआरएमएस के ट्रांसफर मोडयूल में सुधार किया जाये .

- रोड साईड स्टेशनों पर पर्याप्त नेटवर्क की हमेशा समस्या बनी रहती है. रोड साईड स्टेशन कार्यरत लिपिकीय स्टाफ को उच्च फ्रिक्वेन्सी का नेटवर्क प्रदान किया जाये. किसी भी विभाग के चिकित्सा विकोटिकृत स्टाफ को लिपिकीय संवर्ग में समाहित करने के पूर्व उस संवर्ग की उच्च पदों की सभी रिक्तियों को भरने के बाद ही समाहित किया जाये. एचआरएमएस एवं अन्य डिजिटल मॉड्यूल की ट्रेनिंग के लिये जोनल स्तर पर प्रशिक्षण संस्थान उपलब्ध कराया जाये या किसी अन्य क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थान में इसकी ट्रेनिंग अनिवार्य की जाये.

- टेक्निकल कैडर के काम मिनिस्ट्रियल स्टाफ से कराना बन्द करो. लेखा विभाग के सुपरवाईजरी संवर्ग वरि, अनुभाग अधिकारी, वरि.चल लेखा निरीक्षक एवं वरि.भंडार लेखा निरीक्षक के पार्ड स्टिक में सुधार कर अतिरिक्त पद सृजित किये जा 35. लेखा विभाग के सुपरवाईजरी संवर्ग में समेकित वरियता बनाने के उपरांत पदोन्नति की जाये.

- लेखा विभाग में अपेन्डिक्स - 111-ए उत्तीर्ण कर्मचारियों के सुपरवाईजरी संवर्ग में प हेतु भारतीय रेल स्तर पर कर्मचारी की इच्छा के अनुसार किसी भी जोन में पदोन्नति दी जाये. 37. लेखा विभाग के सुपरवाईजरी संवर्ग के पदों का लेखा विभाग के अन्य सुपरवाईजरी में रि डिस्ट्रीब्यूशन करते हुये कर्मचारियों की पदोन्नति की जाये. कनिष्ठ लेखा सहायक में पदोन्नति कोडे पादों का बढ़ाया जाये. लेखा विभाग में भोपाल कारखाना में में 2 को को जाये. सभी प्रमुख विभागाध्यक्ष के साथ की जाये. 

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