पेट दर्द की शिकायत पर डॉक्टर के पास गया, फिर शख्स के साथ हुआ ऐसा जिसकी नहीं थी उम्मीद
नई दिल्ली: एक शख्स को दो महीने से पेट में तेज दर्द की शिकायत थी. वो कई डॉक्टर्स के पास गया लेकिन उसे कुछ खास फायदा नहीं हुआ. ऐसे में उसने सर्जन से संपर्क किया, जिन्होंने उसकी जांच की. जांच में जो चीज पता चली वो सुनकर शख्स हैरान रह गया. दरअसल, शख्स के पेट में 9 किलो से भी अधिक वजन का ट्यूमर था. जिसके चलते उसे पेट में तेज दर्द हो रहा था.
ट्यूमर का पता चलने के बाद कोलकाता के 45 वर्षीय अर्नब मुखर्जी को अस्पताल में भर्ती कराया गया. विक्टोरिया मेडिकल सेंटर के डॉक्टरों से परामर्श करने के बाद यह पता चला था कि उन्हें 9 किलो से भी अधिक वजन का घातक ट्यूमर है, जो दो रग्बी गेंदों के आकार का हो गया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, फिर उन्हें लायंस अस्पताल रेफर किया गया, जहां डॉ माखन लाल साहा और उनकी बेटी डॉ प्रियंका साहा ने अर्नब की सर्जरी की. करीब चार घंटे तक चले ऑपरेशन में ट्यूमर को हटा दिया गया. सर्जनों ने मरीज के पेट से निकाले गए एक विशाल ट्यूमर की ग्राफिक तस्वीरें शेयर की हैं.
गौरतलब है कि अर्नब मुखर्जी दो महीने से अधिक समय से पेट में तेज दर्द की शिकायत कर रहे थे, लेकिन उनका दावा है कि डॉक्टर शुरू में ट्यूमर का पता लगाने में विफल रहे. बाद में जब इसका पता चला तो यह आकार में चौगुना हो गया था. हालांकि, डॉक्टर्स ने सफल सर्जरी कर इसे निकाल दिया.
डॉ माखन ने कहा- "यह बहुत ही पेचीदा और दुर्लभ मामला था. पहले चरण में ट्यूमर का पता नहीं चला था. यह समझने के लिए कई परीक्षण हुए कि आखिर मामला क्या है. रोगी की जान जोखिम में थी क्योंकि ट्यूमर आकार में बहुत बड़ा था." बताया गया कि दो सर्जनों की एक टीम ने कैंसर ट्यूमर को हटाने में मदद की, जिसे रेट्रोपेरिटोनियल सार्कोमा कहा जाता है.
हालांकि, सर्जरी के सफल होने के बावजूद अर्नब को अभी भी इलाज की जरूरत होगी. उसे कीमो और अन्य कैंसर से संबंधित दवाओं से गुजरना होगा. सरकोमा एक दुर्लभ कैंसर है जो संयोजी ऊतकों में विकसित होता है, जैसे- मांसपेशियों, हड्डी, नसों, उपास्थि, टेंडन, रक्त वाहिकाओं और वसायुक्त और रेशेदार ऊतकों में.