डेड बॉडी उठाने गए थे, ट्रेन की चपेट में आने से सब इंस्पेक्टर ने तोड़ा दम, पढ़े इनकी स्टोरी

Update: 2022-07-08 12:25 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

पानीपत: अक्सर लोग रेलवे ट्रैक पार करते वक्त गलतियां कर देते हैं और कभी-कभी इसकी कीमत उन्हें जान देकर चुकानी पड़ती है. ऐसे शख्स के लिए हरियाणा के सब इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह किसी भगवान से कम नहीं थे. वह ऐसे लोगों को अलर्ट करते थे और कई बार तो उन्होंने जान भी बचाई. यहां तक कि ट्रैक पर पड़े लावारिश लाशों के वे रखवाले थे और उसे शवगृह तक पहुंचाना अपना कर्तव्य समझते थे. हालांकि, किसे पता था कि एक दिन वह खुद इसी तरह ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आकर जान गंवा बैठेंगे.

रेल हादसों के प्रति आम लोगों को जागरूक करने वाले ईश्वर सिंह खुद शुक्रवार को रेल हादसे का शिकार हो गए. ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई. शुक्रवार सुबह सात बजे रेलवे ट्रैक पर वह डेड बॉडी उठाने गए थे. इस दौरान ईश्वर सिंह ट्रेन की चपेट में आ गए. वह सोनीपत के गुडा गांव का रहने वाले थे. अपने 32 साल के करियर में पानीपत जीआरपी में तैनात सब इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह ने रेल हादसों को लेकर हजारों लोगों को जागरूक किया था. साथ ही उन्होंने ट्रैक पर लावारिश लाशों को शवगृह पहुंचाया.
हादसे की जांच कर रहे अधिकारी बलवान सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह जीआरपी को सूचना मिली थी कि स्टेशन से 500 मीटर की दूरी पर ट्रैक पर एक युवक का शव पड़ा है. सब इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह मौके पर पहुंचे थे. शव को एंबुलेंस में रखवाकर ईश्वर सिंह पटरी पार कर अपने कमरे पर जा रहे थे. इसी दौरान वह ट्रेन की चपेट में आ गए और मौके पर दम तोड़ दिया.
सब इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह की मौत पर दुख जाहिर करते हुए उनके भाई ने बताया कि रिटायरमेंट का एक डेढ़ साल ही बचा था. उससे पहले हादसा हो गया. परिवार में हर कोई गमगीन है. हमें क्या पता था एक दिन वह खुद भी रेल हादसे में जान गंवा देंगे. जीआरपी ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है.
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