गृह मंत्री ने कहा "लेकिन पूरे यूपी में देखें तो ऐसा नहीं हुआ है. बिना किसी भेदभाव के लोगों तक योजनाएं पहुंचाई गई हैं."
हमने मुस्लिम को एमएलसी और फिर मंत्री बनाया... अमित शाह
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में गृह ने मंत्री कहा- "हमारा टिकट वितरण जीत के आधार पर होता है. अगर मीडिया,अल्पसंख्यकों और भाजपा के बीच दरार पैदा करेगा तो कोई भी उम्मीदवार नहीं जीत पाएगा. हमें उम्मीद है कि यह अंतर खत्म हो जाएगा... आप भी इसमें भाजपा की मदद करें. अगर आप यह सवाल पूछें कि 'क्या कोई परिवार इस योजना से छूट गया है?', तो वह अंतर कम हो गया होगा. लेकिन आप पूछते हैं टिकट मिला क्या?... मैं स्पष्टवादी हूं, इसलिए कह रहा हूं." यह पूछे जाने पर कि "बीजेपी भारत की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करती है जिसके करोड़ों सदस्य हैं और फिर भी आपको एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं मिला?" अमित शाह ने कहा कि यूपी में साल 2017 में हमने 325 सीटें जीती थीं. फिर भी हमने एक मुसलमान को एमएलसी और फिर मंत्री बनाया. यूपी विधानपरिषद में हमने जिस एमएलसी को भेजा वह लंबे समय से हमारे कार्यकर्ता हैं.