महाकुंभ नगर: महाकुंभ में देश से ही नहीं, बल्कि विदेश से भी कई श्रद्धालु आए हैं। यह सभी श्रद्धालु खुद को सौभाग्यशाली बता रहे हैं। उनका कहना है कि वो खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें महाकुंभ में आने का मौका मिला। यहां आकर उन्हें आनंद की अनुभूति प्राप्त हो रही है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। इस बीच, विदेश से आए कई श्रद्धालुओं ने आईएएनएस से बातचीत कर अपने अनुभव साझा किए।
इटली से आए डेविड ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि मुझे यहां आकर आनंद की अनुभूति प्राप्त हो रही है। इसके अलावा, मैं खुद को उर्जावान भी महसूस कर रहा हूं। यह मेरे लिए व्यक्तिगत तौर पर एक अच्छा अनुभव है। हालांकि, मुझसे पहले भी कई लोग अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। सभी के अनुभवों में एक समान बात यह देखने को मिल रही है कि उन्हें यहां आकर दिव्य अनुभूति प्राप्त हो रही है, जो कि अपने आप में हर्ष का विषय है।
उन्होंने कहा कि मैं आए सभी गुरु और साधुओं के प्रति अपना आभार प्रकट करता हूं। मैं जब वापस स्वदेश लौटूंगा तो मुझे जो संदेश यहां प्राप्त हुआ है, उसे मैं निश्चित तौर पर अपने देश में अपने लोगों के बीच साझा करूंगा।
उन्होंने कहा कि मैं इस बार यहां पर केवल एक पर्यटन के दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि आध्यात्मिक अनुभव अर्जित करने के उद्देश्य के साथ भी आया था। अब जब मुझे मेरा उद्देश्य प्राप्त हो चुका है, तो मुझे अत्यधिक खुशी मिल रही है। हालांकि, यह मेरे लिए पर्यटन की दृष्टि से भी अच्छा अनुभव रहा।
वहीं, स्पेन से आईं नोएलिया ने भी आईएएनएस से बातचीत के दौरान महाकुंभ को लेकर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि कुंभ में आकर मुझे बहुत अच्छा लगा। यहां की सनातन संस्कृति और परंपराएं देखने का अनुभव बहुत ही अद्भुत है। पूरी दुनिया के लोग यहां आकर इस महान अवसर का हिस्सा बन रहे हैं। कुंभ में अमृत स्नान के दौरान जो धार्मिक और सांस्कृतिक वातावरण है, वह बहुत ही खास है।
उन्होंने कहा कि यहां आकर मुझे बहुत खुशी हुई। भारतीय संस्कृति और कुंभ मेला देखकर मैं बहुत प्रभावित हुई हूं। भारतीय संस्कृति और धार्मिकता को इतने बड़े स्तर पर देखना एक बहुत ही शानदार अनुभव है। यहां जो माहौल है, वह बहुत ही प्रेरणादायक है।