भाजपा हटे देश बचे उस अभियान में हम आपके साथ हैं: अखिलेश यादव
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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव करीब आते ही विपक्ष को एकजुट करने की कवायद तेज हो गई है. बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार ने खुद इसकी कमान अपने हाथों में ले ली है. यही वजह है कि वे लगातार विपक्ष के सभी बड़े नेताओं से मुलाकात करने के लिए पहुंच रहे हैं. हालांकि, सोमवार को नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया है वो सिर्फ विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हैं. वो पीएम फेस नहीं बनेंगे. नीतीश का कहना था कि मैं एक बात साफ कर देना चाहता हूं कि मुझको चेहरा (विपक्ष का पीएम फेस) नहीं बनना है. सिर्फ मिलकर काम करेंगे.
बता दें कि सोमवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ कोलकाता पहुंचे और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की. उसके बाद दोनों नेता लखनऊ पहुंचे और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से बातचीत की है. इस बातचीत के बाद नीतीश और अखिलेश यादव ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता पर बात की.
नीतीश ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लिए सब लोग ज्यादा से ज्यादा पार्टियों की राय एक हो जाए, इसी काम में लगे हैं. जिस तरह से शासन हो रहा है, उसमें कोई काम नहीं हो रहा है. सिर्फ प्रचार-प्रसार हो रहा है. ऐसी स्थिति में अधिक से अधिक पार्टियों के साथ बातचीत चल रही है. उसी सिलसिले में आज हम लोगों ने बैठकर बात की है. हम लोगों ने तय किया है कि ज्यादा से ज्यादा पार्टियों को देश में एकजुट करें. मिलकर काम करेंगे ताकि यह देश आगे बढ़े और देश को बीजेपी से मुक्ति मिले.
नीतीश ने कहा- लोग (BJP) देश के इतिहास को बदलने के चक्कर में हैं. इसलिए सबको जानना चाहिए. खाली प्रचार हो रहा है. चुनाव में अगर एक साथ मिलकर लड़ेंगे तो बहुत फायदा होगा और देशहित में होगा. अभी यह बात हो गई है कि मिलकर काम करेंगे. नीतीश ने यूपी और बिहार के रिश्ते को जोड़ा. उन्होंने कहा कि समाजवादियों से पुराना रिश्ता है. पूरे देश के अन्य जगहों के हित में भी एकजुट होंगे. आज अच्छी बात हुई है. नेता तय होने के सवाल पर कहा- एकजुट हो जाएंगे तो नेता बनेंगे और काम करेंगे.
खुद को विपक्ष की तरफ से पीएम फेस बनने के सवाल पर नीतीश ने स्पष्ट किया. उन्होंने कहा- एक चीज हम अपने बारे में बता देते हैं, हमको नेता नहीं बनना है. ये अच्छी तरह जान लीजिए. हम सिर्फ सबको एकजुट करने में लगे हैं. अपने लिए हमें कुछ नहीं चाहिए. हम सिर्फ देशहित काम करेंगे. बाकी सब लोग होंगे और बैठकर तय करेंगे. 75 की तरह आप भी जेपी बाबू होंगे? इस सवाल पर नीतीश मुस्कुराए और कहा- नहीं. हम लोग तो उनके शिष्य हैं. हम लोगों ने उनके नेतृत्व में ही आंदोलन किया है. लालू और हमने साथ में नेतृत्व किया. तब हम स्टूडेंट थे.
यूपी, बिहार की सीटों पर एकजुट होने की स्थिति में परिणाम को लेकर सवाल किए जाने पर नीतीश ने कहा- रिजल्ट बहुत अच्छा रहेगा. हम लोग मिलकर लड़ेंगे तो देख लीजिए. जो लोग समझ रहे हैं और राज करने के लिए लोगों को परेशान करते हैं, उनका कुछ नहीं होने वाला है. आप यूपी, बिहार की जितना सोच रहे हैं, उसका अधिकतम हमारे पक्ष में ही आएगा. मायावती से मुलाकात होने के सवाल पर कहा- अभी तो हम इनसे मिलने आए हैं.