मुल्लापेरियार बांध का 136 फीट तक पहुंचा जलस्तर, केरल समेत कई जिलों में बाढ़ के खतरे का हाई अलर्ट

तमिल दैनिक दिनाकरन ने सोमवार को बताया कि तमिलनाडु के मुल्लापेरियार बांध (Mullaperiyar) में जल स्तर 136 फीट तक पहुंचने के बाद तमिलनाडु ने केरल को अलर्ट कर दिया है.

Update: 2021-07-26 12:51 GMT

तमिल दैनिक दिनाकरन ने सोमवार को बताया कि तमिलनाडु के मुल्लापेरियार बांध (Mullaperiyar) में जल स्तर 136 फीट तक पहुंचने के बाद तमिलनाडु ने केरल को अलर्ट कर दिया है. पानी के स्तर को बढ़ते देख तमिलनाडु लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों ने इडुक्की जिला प्रशासन को पहला चेतावनी संदेश भेजा.

दरअसल केरल में मुल्लायर और पेरियार नदियों (Mullayar and Periyar rivers) के संगम पर स्थित, 1895 में ब्रिटिश राज के दौरान बनाया गया ग्रेविटी बांध (Gravity Dam ) तमिलनाडु के पांच दक्षिणी जिलों – मदुरै, थेनी, डिंडीगुल, शिवगंगा और रामनाथपुरम की जीवन रेखा है. तमिलनाडु की पीने और सिंचाई की जरूरतों के लिए पानी को पेरियार नदी से वैगई बांध में ले जाया जाता है. हालांकि यह बांध केरल में स्थित है. वहीं इस बांध का रखरखाव अबी भी तमिलनाडु का PWD ही करता है
इन क्षेत्रों में बाढ़ की चेतावनी जारी
बांध के स्तर में लगातार वृद्धि के साथ, केरल में नदी तट पर वल्लकदावु और वंडीपेरियार क्षेत्रों में पहले ही बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है. इसी तरह, लोअर कैंप क्षेत्र से शुरू होकर तमिलनाडु में नदी के किनारे रहने वाले लोगों के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है. मिली जानकारी के अनुसरा जल स्तर 136 फीट तक पहुंचने के बाद, बांध की देखरेख करने वाले पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने तमिलनाडु और केरल दोनों में थेनी और इडुक्की जिला कलेक्टरों सहित 23 अधिकारियों को संदेश भेजा.
141 फीट पर अंतिम बाढ़ चेतावनी जारी
दूसरी बाढ़ की चेतावनी बांध के 138 फीट और तीसरी 141 फीट को छूने के बाद जारी की जाएगी. अधिकारियों के अनुसार, बांध का स्तर 142 फीट तक पहुंचने के बाद अंतिम बाढ़ चेतावनी जारी की जाती है. मालूम हो कि तमिलनाडु में लगातार कई दिनों से हो रही बारिश भी बांध के पानी के स्तर को बढ़ाने का सबसे बड़ा कारण है. दक्षिण तमिलनाडु के तिरुनेलवेली और तेनकासी जिलों में बहने वाली नदियों ने पश्चिमी घाट के पहाड़ी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा के बाद बांधों और जलाशयों में पानी की काफी ज्यादा वृद्धि देखी गई है.
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