सिरोही। सिरोही प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब पानी की बर्बादी रोकने की सीख दी जाएगी। शिक्षक छात्रों को जल संरक्षण के महत्व के बारे में बताएंगे। बच्चों को जल संचयन को लेकर जागरूक किया जाएगा। ताकि वे इस गंभीर मसले पर अपने परिवार और पड़ोसियों को भी जागरूक कर सकेंगे। शिक्षा विभाग ने नई पहल करते हुए विद्यार्थियों को पानी का मोल समझाने के लिए कार्य योजना तैयार की है। इसके लिए 30 अप्रेल तक जल पखवाड़ा मनाया जाएगा।शिक्षा अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान प्रार्थना सभा में प्रतिदिन विद्यार्थियों को जल शपथ दिलवाई जाएगी। स्कूल के अलावा घर में जल संरक्षण का महत्व और इसके महत्व के बारे में कार्यशाला के माध्यम से समझाया जाएगा। जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए स्कूलों में वाद-विवाद, निबंध, प्रश्नोत्तर आदि विभिन्न प्रतियोगिताएं भी होगी।
इसका मुय उद्देश्य आमजन को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करना, जल संरक्षण के लिए कार्य योजना तैयार करना, जल संग्रहण ढांचों का निर्माण करना है। अभियान को गति देने के लिए प्रदेश के सभी सरकारी विद्यालयों में पखवाड़ा मनाया जाएगा। अभियान को आगे बढ़ाने के लिए स्कूल स्टाफ सभी विद्यार्थियों को रोजाना प्रार्थना सभा में जल शपथ दिलवांएगे और बताएंगे कि घर में जल संरक्षण कैसे किया जा सकता है। स्कूलों में जल शक्ति मिशन के तहत बच्चों को जल संरक्षण का पाठ पढ़ाया जाएगा। प्रार्थना के समय उन्हें जल की उपयोगिता समझाई जाएगी। पानी की बर्बादी रोकने को प्रेरित कर जन जागरण की अलख जगाने को तैयार किया जाएगा। प्रदेश के सभी स्कूलों में यह मुहिम चलाने के निर्देश जारी किए गए हैं। दरअसल, पानी के अत्यधिक दोहन से भू-गर्भ जलस्तर लगातार घटता जा रहा है। पानी की बर्बादी जल संकट को और बढ़ा रही है। गर्मी में यह समस्या और गहराने लगती है। ऐसे में जल संरक्षण का पाठ पढ़ाना जरूरी है।