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Update: 2022-05-28 12:32 GMT

दिल्ली। देश के किसानों को आर्थिक सहायता देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) की शुरुआत की गयी थी. पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों (Farmers) को एक साल में तीन किश्तों में 6 हजार रुपए दिए जाते हैं. प्रति किश्त में दो हजार रुपए किसानों को मिलते हैं. योजना के तहत किसानों को अब 10 किश्तों को भुगतान हो चुका है. इस बार 31 मई को योजना की 11वीं किश्त का भुगतान किया जाएगा. सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2022-22 में लाभार्थी किसानों के खाते में 66,664 करोड़ रुपए जमा किए गए हैं. इससे देश के किसानों को आर्थिक लाभ हो रहा है.

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भारतीय कृषि मंत्रालय द्वारा किए गए ट्वीट के मुताबिक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत शुरुआत से लेकर अब तक 1.82 लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि लाभार्थी परिवारों के खाते में भेजा गया है. पीएम किसान योजना के तहत लाभ लेने के लिए किसानों को आवेदन देना पड़ता है. इसके बाद किसानों को इस योजना का लाभ दिया जाता है. योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को केवाईसी करने के लिए कहा गया था, जिसकी अंतिम तिथि पहले 31 मार्च तक रखी गयी थी, इसके बाद इस तारीख को बढ़ाकर 31 मई कर दिया गया है.

31 मई को पीएम किसान योजना की 11 वीं किश्त केवल उन किसानों के खाते में आएगी जिन्होंने 31 मई तक अपना केवाईसी कर लिया है. केवाईसी अपडेट करने के लिए किसान पीएम किसान की वेबसाइट पर जाकर खुद से कर सकते हैं या फिर किसी नजदीकी सीएससी में संपर्क कर सकते हैं. केवाईसी के लिए मोबाइल में एक ओटीपी आता है. पीएम किसान वेबसाइट पर जाने पर स्क्रीन के दाहिनी तरफ अपडेट केवाईसी करने का विकल्प आता है. पीएम किसान सम्मान निधि से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए आप 155261 और 011-24300606 नंबर पर कॉल भी कर सकते हैं.

पीएम किसान योजना में गड़बड़ी की खबरे भी सामने आयी थी. योजना के तहत कई ऐसे लोग इसका लाभ ले रहे थे जो सरकारी नौकरी में है या फिर इस योजना का लाभ लेने की पात्रता नहीं रखते हैं. उत्तर प्रदेश से इस तरह का मामला सामने आने के बाद उनपर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. उन्हें नोटिस जारी करते हुए कहा गया है कि योजना के तहत जो पैसे उन्हे अब तक मिले हैं उन पैसों को वो तय समय के अंदर जमा कर दें. झारखंड में भी पीएन किसान योजना के लाभुकों की सूची में ऐसे नाम है जो सरकारी नौकरी में हैं. एलआईसी एजेंट या फिर मुखिया रह चुके हैं.


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