देखें 4 बजे की LIVE बुलेटिन, और बने रहिए jantaserishta,.com पर

Update: 2022-07-18 10:32 GMT

दिल्ली। दिल्ली की एक कोर्ट ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramakrishna) की रिमांड को चार दिन बढ़ा दिया है. उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के आरोप में हिरासत में लिया गया है, जिसमें स्टॉक एक्सचेंज के कर्मचारियों की फोन टैपिंग (Phone Tapping) और स्नूपिंग का आरोप भी शामिल है. आपको बता दें कि एनएसई की पूर्व एमडी चित्रा रामकृष्णन कोईडी ने गुरुवार को गिरफ्तार किया था. बता दें कि मामले में कोर्ट ने जांच की हरी झंडी दी थी, जिसके बाद ईडी ने पूर्व एमडी को गिरफ्तार किया था. इससे पहले ईडी को कोर्ट की तरफ रामकृष्ण की 4 दिन की रिमांड मिली थी. ईडी ने गुरुवार को एनएसई के कर्मचारियों के अवैध तरीके से फोन टेप करने के मामले में चित्रा रामकृष्णन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी दर्ज किया था.

Full View


इसके साथ ही रवि नरायण पर भी मामला दर्ज किया गया था. इस मामले में ईडी की ईसीआईआर सीबीआई के द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर है. रामाकृष्ण और नरायण के अलावा सीबीआई आईसेक सर्विसेज और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे की भी जांच कर रही है.

चित्रा रामकृष्ण का सफर

इसके अलावा बता दें कि भारत के शीर्ष शेयर बाजार NSE की तत्कालीन CEO चित्रा रामकृष्ण ने आठ साल पहले पीटीआई-भाषा को बताया था कि टेक्नोलॉजी एक ऐसा शेर है, जिस पर हर कोई सवार है. उस समय, वह खुद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के शीर्ष पद पर शेर की सवारी कर रही थी. NSE ने 1994 में अपनी शुरुआत के एक साल के भीतर भारत के सबसे बड़े शेयर बाजार के तौर पर 100 साल पुराने BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) को पछाड़ दिया था. NSE के परिष्कृत एल्गोरिथम आधारित सुपरफास्ट ट्रेडिंग में एक तकनीकी खराबी आने से शेयर कारोबार की पुरुष प्रधान दुनिया में रामकृष्ण को एनएसई के शीर्ष पद पर आने का मौका मिला. एनएसई में पांच अक्टूबर 2012 की सुबह आई इस तकनीकी खराबी से निवेशकों के लगभग 10 लाख करोड़ रुपये का सफाया हो गया.

2013 में मिली थी NSE की कमान

एनएसई के सीईओ रवि नारायण को पद छोड़ना पड़ा और कुछ महीने बाद 13 अप्रैल 2013 को एनएसई की कमान औपचारिक रूप से चित्रा रामकृष्ण को सौंप दी गई. आज 59 साल की रामकृष्ण एक विचित्र घोटाले के केंद्र में हैं, जब सेबी की जांच में यह पता चला कि एक्सचेंज के प्रमुख व्यावसायिक फैसले लेने में उन्हें एक रहस्यमय हिमालयी योगी निर्देश दे रहे थे.

Tags:    

Similar News