दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि जून के महीने में माल एवं सेवा कर राजस्व (GST Collection) बढ़कर 1.44 लाख करोड़ रुपये हो गया जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 56 प्रतिशत अधिक है. वित्त मंत्री ( Finance Minister) सीतारमण ने कहा कि जीएसटी संग्रह के लिए 1.4 लाख करोड़ रुपये अब मोटे तौर पर एक निचली सीमा बन चुका है. इसके पहले मई 2022 में जीएसटी राजस्व करीब 1.41 लाख करोड़ रुपये रहा था. और जून के कलेक्शन के साथ ये लगातार चौथा महीना रहा है जब जीएसटी कलेक्शन 1.4 लाख करोड़ रुपये के स्तर से ऊपर रहा है.
30 जून को ही जीएसटी लागू हुआ था और अब तक 5 बार कलेक्शन 1.4 लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुंचा है. जीएसटी कलेक्शन इसी साल अप्रैल के महीने में 1.68 लाख करोड़ रुपये के अपने अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचा था. जून का स्तर अब तक का दूसरा सबसे ऊंचा स्तर है. वहीं अप्रैल 2018 में ही कलेक्शन पहली बार 1 लाख करोड़ रुपये के स्तर के पार गया था. हालांकि महामारी के दौरान कलेक्शन एक लाख के स्तर से नीचे भी आया था.
वित्त मंत्रालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जून 2022 में कुल जीएसटी कलेक्शन 1,44,616 करोड़ रुपये था. इसमें सीजीएसटी 25306 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 32406 करोड़ रुपये और आईजीएसटी 75887 करोड़ रुपये रही है. वहीं सेस 11018 करोड़ रुपये रहा है. पिछले साल महामारी के असर की वजह से जीएसटी कलेक्शन 92800 करोड़ रुपये रहा था. वित्त मंत्रालय के मुताबिक जून के महीने का कलेक्शन न केवल अब तक का दूसरा सबसे ऊंचा कलेक्शन रहा है साथ ही इस आंकड़े से साथ जून में कम कलेक्शन का ट्रेंड भी खत्म हुआ है. वहीं पहली तिमाही के दौरान जीएसटी कलेक्शन का मासिक औसत 1.51 लाख करोड़ रहा है. जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में औसत 1.1 लाख करोड़ रुपये था यानि औसत कलेक्शन में 37 प्रतिशत की बढ़त दर्ज हुई है. वहीं जून के महीने में कुल सेस कलेक्शन जीएसटी लागू होने के बाद सेस के लिए किसी महीने का सबसे ऊंचा स्तर है. वित्त मंत्रालय के मुताबिक अर्थव्यवस्था में रिकवरी, सरकार के द्वारा फर्जी बिलों को लेकर सख्ती एवं कई अन्य कदमों से कलेक्शन में बढ़त का रुख बना हुआ है.