दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 75,800 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ शनिवार को विधानसभा में "रोजगार बजट" (Delhi Budget 2022) पेश किया. मनीष सिसोदिया बजट भाषण के दौरान यह घोषणा की है कि दिल्ली में जल्द ही सभी प्रकार के जानवरों के इलाज के लिए अपना पहला सरकारी पशु चिकित्सा महाविद्यालय (veterinary college in Delhi) होगा. "पशु चिकित्सा विज्ञान इस युग की एक बड़ी आवश्यकता है. क्योंकि यह न केवल मवेशियों और घरेलू पशुओं के स्वास्थ्य की रक्षा करता है बल्कि जूनोटिक रोगों की जांच और नियंत्रण करके मानव स्वास्थ्य की रक्षा भी करता है. दिल्ली में बड़ी संख्या में पालतू जानवर हैं जिन्हें स्वास्थ्य देखभाल की जरूरत होती है. इसी जरूरत को पूरा करने के लिए मैं बजट में एक नई योजना का प्रस्ताव करता हूं जिसमें सभी प्रकार के पशुओं के बेहतर इलाज के लिए शहर के पहले सरकारी पशु चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना की जाए.
सिसोदिया ने शनिवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 75,800 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ "रोजगार बजट" पेश किया, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक शहर की स्थापना और रात की अर्थव्यवस्था, खुदरा और थोक को बढ़ावा देकर पांच साल में 20 लाख नौकरियां पैदा करने पर ध्यान केंद्रित किया गया. अगले वित्तीय वर्ष के लिए बजट का आकार पिछले वर्ष की तुलना में 9.86 प्रतिशत अधिक है – 69,000 करोड़ रुपये. उपमुख्यमंत्री ने कहा, दिल्ली की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे COVID-19 के प्रभाव से उबर रही है.
साथ ही डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सदन में रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि 'देश के मेंटर' स्कीम के तहत एक लाख छात्रों को मेंटरशिप मिली है. दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी पूरी तरह से काम कर रही है. इसके साथ ही दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी का कैम्पस तैयार है. सात हजार छात्रों को स्कॉलरशिप मिली है. दिल्ली स्किल्स एंड एंटरप्रन्योरशिप यूनिवर्सिटी के 15 कैम्पस शुरू हो चुके हैं. वहीं, दिल्ली में सौ प्रतिशत आबादी को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक मिल चुकी है और 90 प्रतिशत लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है. यह जानकारी भी डिप्टी सीएम ने विधानसभा में दी.