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Update: 2022-06-27 06:36 GMT

केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई (CBI) की वेबसाइट खंगालिए तो इस वक्त भी सैकड़ों की तादाद में उसके मोस्ट वॉन्टेड मुलजिमों का बोझ लदा हुआ मिल जाएगा. लाखों रुपए की इनामी राशि, फोटो, नाम पता बगैरा-बगैरा. इनमें कई ऐसे भी हैं जिनके खिलाफ सीबीआई इंटरपोल (Interpol) नोटिस भी लंबे अरसे से जारी करवाए हुए है. कहने का मतलब यह है कि सीबीआई अपने मोस्ट वॉन्टेड (CBI Most Wanted) मुजिरमों को पकड़ने के लिए भला सोचिए क्या-क्या जतन नहीं करती है? इस तमाम भीड़ से अलग, मैं आज सीबीआई से जुड़े एक ऐसे सच्चे व हैरतअंगेज किस्से का जिक्र कर रहा हूं, जिस पर किसी को भी आसानी से विश्वास कर पाना मुश्किल है. सच तो मगर सच है. भले ही वो हैरतअंगेज कितना भी क्यों न हो.

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मैं बयान कर रहा हूं उस अंडरवर्ल्ड डॉनसे जुड़ा किस्सा जिसे दुबई ने भारत को बिना मांगे ही 'गिफ्ट' कर दिया था. भारत की जेल में उसे लाकर बंद कर दिया गया. इत्तिफाकन से उससे संबंधित कुछ कानूनी कागजात कहीं गुम हो गए. जिसके चलते जेल से उसे जबरन धक्के देकर निकाल दिया गया. यहां तक तो कोई हैरत की बात नहीं है. हैरत की बात तो तब सामने आई, जब इस कदर का मोस्ट वॉन्टेड अंडरवर्ल्ड डॉन जेल से जबरिया निकाले जाने के बाद खुद ही सीबीआई की देहरी पर जा खड़ा हुआ. इस दरखास के साथ कि उसे सीबीआई गिरफ्तार कर ले!

अंडरवर्ल्ड डॉन का नाम है राजू अनडकट. वही राजू अनडकट जिसे दुबई ने फरवरी सन् 2002 में बिना मांगे ही भारत के हवाले बतौर गिफ्ट कर दिया था. दरअसल सीबीआई ने तब हिंदुस्तान और अमेरिका के मोस्ट वॉन्टेड अंडरवर्ल्ड डॉन आफताब अंसारी को दुबई से मांगा था, जिसे लेने सीबीआई टीम नई दिल्ली से जब दुबई पहुंची तो वहां हवाई अड्डे पर आफताब अंसारी के साथ एक और शख्स खड़ा दिखाई दिया. सीबीआई टीम ने दुबई वालों से पूछा यह अजनबी कौन? जवाब मिला, "यह आफताब के साथ हम आपको गिरफ्तार करके अपनी तरफ से दे रहे हैं. आपने इसे न तो हमसे (दुबई पुलिस से) मांगा था. न ही आपको (सीबीआई और भारत) इसके बारे में यह पता था कि यह आपका मोस्ट वॉन्टेड है और दुबई में छिपा हुआ है.

यह भी आफताब अंसारी की तरह ही आपका (हिंदुस्तान का) मोस्ट वॉन्टेड अंडरवर्ल्ड डॉन राजू अनडकट है." सीबीआई की टीम दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यह सब अपनी आंखों से देख और कानों से सुनकर हैरत में रह गई. फिर भी चूंकि खतरा ज्यादा और वक्त बेहद नाजुक व कम था. लिहाजा दुबई की एजेंसियों से तमाम कानूनी दस्तावेज हासिल करके आफताब अंसारी और राजू अनडकट को लेकर सीबीआई की टीम नई दिल्ली पहुंच गई.

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