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Update: 2022-06-23 06:34 GMT

शादी का सीजन चल रहा है जहां हफ्ते भर तक चलने वाले जश्न की हर कोई अपने हिसाब से तैयारी करता है. आमतौर पर किसी घर में शादी कार्यक्रम की शुरूआत कार्ड (wedding card) छपाई से होती है जिसके बाद गली-मोहल्लों और रिश्तेदारों को आमंत्रण का सिलसिला चलता है. आपने देखा होगा कि शादियों के सीजन में घरों में आमंत्रण के लिए आने वाले कार्ड की भरमार लग जाती है जिन्हें शादी होने के बाद कोई उठाकर नहीं देखता है लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो पिछले 50 सालों से शादी के कार्ड को इकट्ठा कर रहे हैं. जैसलमेर (jaisalmer) के रहने वाले 95 वर्षीय लाधूराम बल्लानी का यह शौक इन दिनों हर किसी की चर्चा में शामिल है. शादी के जिन कार्ड को कुछ दिनों बाद लोग फेंक देते हैं लाधूराम उन्हें संभालकर रखते हैं. जैसलमेर के लाधूराम बल्लानी के घर से आज भी शादी का कोई कार्ड बाहर नहीं फेंका जाता है जिसके चलते उनके घर में हजारों कार्ड इकट्ठे (wedding card collection) हो गए हैं. बता दें कि लाधूराम कार्ड पर लगी भगवान गणेश की श्रद्धा के चलते एक भी कार्ड को नहीं फेंकते हैं.

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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जैसलमेर के चैनपुरा इलाके में रहने वाले बुजुर्ग लाधूराम बल्लानी कहते हैं कि शादियों के कार्ड पर भगवान का फोटो लगा होता है जिसके चलते वह उन्हें कूड़े-कचरे में नहीं फेंकते हैं. वह बताते हैं कि करीब 50 साल पहले जब उन्होंने घर में किसी शादी होने के बाद कार्ड को कचरे में फेंकते देखा तो बहुत बुरा लगा.

बता दें कि लाधूराम ने घर में शादी के कार्ड रखने के लिए लोहे के बड़े ट्रंक मंगवा रखे हैं. इसके अलावा उनके पास एक लोहे की अलमारी और कपड़े की कई गठरियों में भी कार्ड संभाल कर रखे हैं. लाधूराम पिछले 50 सालों से कार्ड इकट्ठा कर रहे हैं जिसके बाद आज उनके पास हजारों की संख्या में शादी के कार्ड हैं. बल्लाणी के मुताबिक उनके घर में 1960 से लेकर आज तक हर शादी के घर आए कार्ड रखे हैं.

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