यूपी। यूपी के हमीरपुर (Hamirpur) एक सनसनीखेज वारदात ने सब को हैरान कर दिया है. यहां आपस में खेलने के दौरान दो सगे भाइयो में से एक भाई ने अलमारी में रखी अपने पिता की लाइसेंसी पिस्टल को खिलौना समझ निकाल उठा लिया और अपने छोटे 2 वर्षीय भाई पर गोली चला दी (Boy Shot his younger brother Dead). गोली लगते ही छोटा भाई फ़र्स पर गिर गया , आनन-फानन में परिजन उसे अस्पताल ले गए लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. छोटे बेटे की मौत से परिवार में मातम का माहौल फैला हुआ है. इधर पुलिस (Hamirpur police) ने पिता की लाइसेंसी पिस्टल बरामद कर ली है.
हमीरपुर जिले के बिवांर थाना क्षेत्र के उमरी गांव में रहने वाले जयराम कुशवाहा मुस्करा ब्लॉक में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर तैनात हैं. वो जब ड्यूटी पर जाने के लिए तैयार हो रहे थे उसी दौरान अलमारी खुली पाकर उनके 6 वर्षीय पुत्र मयंक ने उसमे रखी पिस्टल कब निकाल ली उन्हें पता भी नहीं चल सका और 2 वर्षीय सिद्धार्थ और मयंक आपस में चोर-सिपाही खेलने लगे. इसके बाद गोली चलने की आवाज आई तो देखा कि छोटा पुत्र सिद्धार्थ कमरे के फर्श पर लहूलुहान पड़ा था और मयंक के हाथों में उनकी पिस्टल थी. समझते देर नहीं लगी कि खेल-खेल में गोली चल गई है. आनन-फानन में बच्चे को लेकर वो सदर अस्पताल पहुंचे ,जहां पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गई.
अलमारी से अपने पिता की पिस्टल निकालने के बाद मयंक और सिद्धार्थ चोर सिपाही का खेल खेलने लगे. इस दौरान मयंक खुद पुलिस वाला बना और अपने छोटे भाई सिद्धार्थ को चोर बनाया और पिस्टल लेकर उसे ढूढने लगा और जैसे ही सिद्धार्थ सामने दिखाई दिया उसने पिस्टल तानकर उस पर गोली चला दी. गोली सिद्धार्थ के गले में लगी, जिसके बाद वो फ़र्स पर गिर गया और चारों तरफ खून ही खून फैल गया. गोली की आवाज सुनकर उसके पिता अंदर आये और उन्होंने आनन फानन में उसे उठाया और जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही सिद्धार्थ ने दम तोड़ दिया. छोटे बेटे की मौत से परिवार में मातम का माहौल फैला हुआ है.
ग्राम विकास अधिकारी जयराम कुशवाहा के दो बेटे और एक बेटी थी. मृतक सबसे छोटा बेटा था. थाना प्रभारी बिवांर चित्रसेन सिंह ने बताया कि घटना बच्चों के खेल-खेल में हुई है. पिता की लाइसेंसी पिस्टल बरामद कर ली गई है. बच्चे का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. कानून रूप से 7 वर्ष के कम उम्र के बच्चों द्वारा किये गए किसी भी काम को अपराध की श्रेणी में नही रखा जाता, इसी कारण सिर्फ पिस्टल को कब्जे में लिया गया है.