देखें प्रत्येक 2 घंटे की LIVE बुलेटिन, हिरणों में फैल रहा कोरोना का संक्रमण
वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस का नया और ज्यादा म्यूटेशन (New & Highly Mutated Version of Coronavirus) वाला वर्जन खोजा है. कोरोना वायरस का यह नया वर्जन हिरणों में साल 2020 से ही म्यूटेट हो रहा है. पल रहा है. कोरोना वायरस के इन नए वर्जन को दक्षिण-पश्चिम ओंटारियो (Southwestern Ontario) के हिरण में खोजा गया है. इतना ही नहीं, ओंटारियों के एक निवासी में भी वहीं वैरिएंट मिला है, जो हिरणों के अंदर मिला था. नए कोरोना वायरस वैरिएंट से संक्रमित यह व्यक्ति हिरणों के आसपास ही रहता था. यह पहला मामला सामने आया है कि जब हिरण से किसी इंसान को कोरोना वायरस का संक्रमण (deer-to-human transmission) हुआ हो.
यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो और सनीब्रूक रिसर्च इंस्टीट्यूट की वायरोलॉजिस्ट समीरा मुबारेका ने कहा कि कोरोना वायरस का यह नया वैरिएंट हिरणों में ही पैदा हुआ है. वहीं पर इसने खुद को म्यूटेट किया है. अब यह उस इंसान के शरीर में विकसित हो रहा है, जिसे हिरण से कोरोना का संक्रमण मिला था. अभी तक इसकी रिपोर्ट का पीयर रिव्यू नहीं हुआ है. लेकिन इसे प्रीप्रिंट सर्वर bioRxiv में प्रकाशित किया गया है.
समीरा ने यह भी बताया कि अभी तक यह नहीं पता चला है कि हिरणों से इंसानों में कितना कोरोना संक्रमण फैलेगा. लेकिन रिस्क तो है. हालांकि प्राथमिक प्रयोगशाला जांच में यह पता चला है कि नया वैरिएंट इंसान के शरीर में मौजूद एंटीबॉडीज को हरा नहीं पाएगा. यह पेपर तब सामने आया जब एक अन्य टीम ने खुलासा किया है कि अल्फा वैरिएंट (Alpha Variant) अब भी पेंसिलवेनिया के हिरणों में पनप रहा है. म्यूटेट हो रहा है.
आपको बता दें कि अब इंसानों के शरीर में अल्फा वैरिएंट (Alpha Variant) के केस सामने नहीं आ रहे हैं. यह दोनों स्टडीज यह बताती हैं कि हिरणों में कोरोना वायरस पिछले काफी समय से फैल रहा है. जिसकी वजह से यह अन्य जानवरों के लिए भी खतरा बन रहा है. इससे जानवरों में कोरोनावायरस की नए वैरिएंट्स के बनने की शुरुआत होगी. जो भविष्य में इंसानों को भी संक्रमित कर सकती है.
यूनिवर्सिटी ऑफ सासकाचेवान (University of Saskatchewan) के वायरोलॉजिस्ट अर्जिंय बैनर्जी ने बताया कि फिलहाल परेशान होने की जरूरत नहीं है. लेकिन एक बात का खतरा तो है कि जितने ज्यादा जीवों को कोरोना संक्रमित करेगा. उसका म्यूटेशन उतना ही ज्यादा होगा. यह उतना ही ज्यादा संक्रामक और नुकसानदेह हो सकता है.