6 महीने बाद होने वाले थे रिटायर, ट्रेन में हुई फायरिंग में आरपीएफ एएसआई की गई जान
स्टेशन के पास अंधाधुंध फायरिंग हो गई।
जयपुर: जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12956) ट्रेन में रेलवे सुरक्षा बल के एक कांस्टेबल ने अपनी स्वचालित राइफल से फायरिंग कर दी। इस घटना में मारे गए आरपीएफ सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) राजस्थान से थे और छह माह बाद रिटायर होने वाले थे।
फायरिंग में एएसआई और तीन यात्रियों की मौत हो गई। मृतक एएसआई की पहचान राजस्थान के सवाई माधोपुर के श्यामपुरा गांव निवासी टीकाराम मीणा के रूप में हुई।
वह अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे और छह महीने बाद रिटायर होने वाले थे।
श्यामपुरा गांव के पूर्व सरपंच रामधन मीणा ने कहा, "टीकाराम के पिता का नाम रामकरण मीणा है। टीकाराम इकलौता बेटा था। वह अगले छह महीने में सेवानिवृत्त होने वाले थे। उसकी मां भूरी देवी, पत्नी बर्फी देवी, एक बेटा और बेटी हैं। बेटे का नाम दिलकुश मीणा है। वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। बेटी पूजा की शादी हो चुकी है।"
पश्चिम रेलवे ने एक बयान जारी कर परिवार को मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसमें कहा गया, "दिवंगत एएसआई के परिवार को रेलवे सुरक्षा कल्याण कोष से 15 लाख रुपये, सेवानिवृत्ति निधि से 15 लाख रुपये, अंतिम संस्कार के लिए मृतक के आश्रितों को 20,000 रुपये और बीमा योजना के तहत 65,000 रुपये दिए जाएंगे।"