कोरोना से जंग: Airbus ने भेजी मदद की दूसरी खेप, फ्रांसीसी राजदूत ने कहा- 'पूरा फ्रांस भारत के साथ खड़ा'
कोरोना से जंग में विदेश से आ रही सहायता के बीच ही विदेशी कंपनियों से भी मदद का सिलसिला जारी है।
नई दिल्ली, कोरोना से जंग में विदेश से आ रही सहायता के बीच ही विदेशी कंपनियों से भी मदद का सिलसिला जारी है। एविएशन सेक्टर की बड़ी फ्रांसीसी कंपनी एअरबस (Airbus) ने बुधवार को भारत को आक्सीजन जेनरेटर, वेंटीलेटर, आक्सीजन कंसंट्रैटर, पेशेन्ट सर्किट आदि की दूसरी खेप भेजी। एअरबस भारत स्थित फांसीसी दूतावास से समन्वय के साथ भारत को यह मदद दे रहा है। फ्रांसीसी राजदूत इमानुएल लेनां ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने भारत और फ्रांस की बढ़ती दोस्ती का इजहार करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच की दोस्ती और एकजुटता सरकारी रिश्तों से भी परे है। पूरा फ्रांस भारत के साथ खड़ा है
एअरबस (Airbus) ने अब तक 36 टन से ज्यादा मेडिकल उपकरण भारत में भेजे हैं। बुधवार को आई खेप के साथ ही एअरबस अब तक आठ बड़े आक्सीजन जेनरेटर, 30 वेंटीलेटर, 250 आक्सीजन कंसंट्रेटर, इलेक्ट्रिकल सिरिंज पंप, एंटी बैक्टीरियल फिल्टर आदि शामिल है। एअरबस इंडिया के प्रबंध निदेशक रेमी मैय्या ने कहा-एअरबस संकट की घड़ी में भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हम भारत के अधिक से अधिक लोगों की मदद करना चाहते हैं और भारत समेत दुनिया के लिए पेश आ रहे इस चुनौतीपूर्ण दौर में हर मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि यह संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। इसके परिणामों से आने वाले महीनों में लड़ना होगा। भारत में एअरबस के एनजीओ पार्टनर रोजगार, बच्चों की शिक्षा आदि पर पड़ने वाले प्रभावों का जायजा ले रहे हैं। जरूरत हुई तो एअरबस अतिरिक्त संकटों में भी मदद करेगा। भारत में एअरबस रेड क्रास सोसायटी के साथ मिलकर काम कर रहा है। इसके अतिरिक्त एअरबस राहत सामग्री के ट्रांसपोटेशन जरूरतों के पूरा करने के लिए भी अंतरराष्ट्रीय और भारतीय एनजीओ के संपर्क में है। इसके लिए भारत में हेलीकाप्टर फ्लाइट आवर्स भी सुनिश्चित किए गए हैं।