चुनाव आयोग की कार्रवाई का है इंतजार...जानें शुभेंदु अधिकारी ने क्यों कहा ऐसा?
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने एक बांग्लादेशी नागरिक को अपनी पार्टी से टिकट देकर चुनाव लड़ा दिया था. उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में लिखा कि 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में बोंगांव दक्षिण विधानसभा सीट से लड़े बीजेपी के स्वप्न मजूमदार ने टीएमसी की उम्मीदवार अलो रानी सरकार को हरा दिया था.
उन्होंने बताया कि चुनाव परिणामों से असंतुष्ट होकर टीएमसी उम्मीदवार ने कोर्ट में याचिका दायर कर दी थी. बीजेपी नेता ने बताया कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया है क्योंकि उनका नाम बांग्लादेश की मतदाता सूची में दर्ज है. वह एक बांग्लादेशी नागरिक हैं.
नेता विपक्ष ने कहा कि टीएमसी कानून की धारा 29ए की उप-धारा 5 के उल्लंघन की दोषी है. उसने एक विदेशी नागरिक को निर्वाचित कराने की कोशिश की. उसने भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता से समझौता कर देश के संविधान के प्रति निष्ठा नहीं रखी. उन्होंने सवाल किया कि क्या ऐसे राजनीतिक दल का रजिस्ट्रेशन रद्द नहीं किया जाना चाहिए?
शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया कि TMC नेताओं को बांग्लादेशी प्रवासियों को अवैध रूप से पश्चिम बंगाल में बसने में मदद करने और अपने वटर्स को बढ़ाने के लिए ऐसे लोगों को मतदाता पहचान पत्र देने के लिए जाना जाता है, लेकिन ऐसे लोगों को उम्मीदवार बनाना जो भारतीय नहीं हैं, यह पहले कभी नहीं हुआ. कोर्ट का आदेश आने के बाद चुनाव आयोग द्वारा अब कार्रवाई का इंतजार है.
पश्चिम बंगाल में 2021 में हुए विधानसभा चुनाव ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने कुल 292 में 213 सीटें जीती थीं जबकि भारतीय जनता पार्टी को 77 सीटों से संतोष करना पड़ा था. वहीं राष्ट्रीय सेक्युलर मजलिस पार्टी को एक सीट और एक सीट निर्दलीय के खाते में आई थीं. इस चुनाव में टीएमसी का वोट प्रतिशत 47.94% और बीजेपी का वोट प्रतिशत 38.13% था.