शेर-शेरनी को एक साथ रखने पर विश्व हिंदू परिषद ने किया विरोध, हाईकोर्ट पहुंचा मामला

जानिए आखिर क्यों

Update: 2024-02-17 11:44 GMT

बंगाल। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में स्थित एक सफारी के बाड़े में अकबर नाम के शेर को सीता नामक शेरनी के साथ रखने जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। वन विभाग के इस कदम के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की बंगाल यूनिट ने जलपाईगुड़ी में कलकत्ता हाई कोर्ट की सर्किट बेंच का दरवाजा खटखटाया है। याचिका का जिक्र 16 फरवरी को न्यायमूर्ति सौगत भट्टाचार्य की पीठ के समक्ष किया गया था और इसे 20 फरवरी को सुनवाई के लिए लिस्ट भी कर लिया गया है।

लाइव लॉ के अनुसार, शेर और शेरनी के इस जोड़े को पिछले दिनों ही त्रिपुरा के सेपाहिजला जूलॉजिकल पार्क से लाया गया था, जिसके बाद इन्हें सिलीगुड़ी के एक सफारी में मौजूद बाड़े में बंद कर दिया गया। वन विभाग का कहना है कि उन्होंने शेर और शेरनी के नाम को नहीं बदला है। दोनों का नाम 13 फरवरी को ही रखा जा चुका था, जबकि वे सफारी में बाद में लाए गए हैं। वीएचपी सीता नामक शेरनी और अकबर नामक शेर को एक ही बाड़े में बंद किए जाने के खिलाफ कोर्ट पहुंची है।

वीएचपी ने दावा किया है कि शेर और शेरनी के नाम को राज्य वन विभाग ने रखा है और इसीलिए 'अकबर' व 'सीता' को साथ रखना हिंदू हिंदू धर्म का अपमान होगा। वीएचपी ने कोर्ट में याचिका लगाकर दोनों के नामों में बदलाव करने के लिए कहा है। राज्य के वन अधिकारियों और बंगाल के सफारी पार्क निदेशक को मामले में पक्षकार बनाया गया है। याचिका पर अब मंगलवार 20 फरवरी को सुनवाई होगी।

Tags:    

Similar News

-->