दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हुई थी हिंसा, मुख्य आरोपी हल्दिया के रहने वाले
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दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हिंसा मामले में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. घटना के मुख्य आरोपी सोनू शेख और अंसार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जांच में पता चला कि दोनों आरोपी पश्चिम बंगाल के हल्दिया जिले के रहने वाले हैं. दोनों के परिवार अब दिल्ली में रहते हैं और यहां कारोबार करते हैं. हिंसा मामले में पुलिस ने एक असलम नाम के शख्स को भी पकड़ा है.
जानकारी के मुताबिक, अंसार शेख और सोनू शेख पश्चिम बंगाल के हल्दिया इलाके में रहते थे. लेकिन, 10 से 12 साल पहले इनके परिवार दिल्ली आकर रहने लगे. हल्दिया इलाके में अंसार काफी प्रभावशाली था. बताया जा रहा है कि इनका स्क्रैप का बिजनेस था और ये लोग काफी अमीर भी हैं. इन दोनों के पास लग्जरी कारों में गिनी जाने वाली बीएमडब्ल्यू भी है. वहीं, जहांगीरपुरी हिंसा में गोली चलाने वाला असलम सीएए विरोधी दंगों में भी नामजद रहा है. उसके खिलाफ साल 2020 में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा में भी एफआईआर दर्ज हुई थी.
बता दें कि वायरल वीडियो में सोनू शेख शोभायात्रा में शामिल लोगों पर गोली चलाते देखा जा रहा है. दिल्ली पुलिस ने वीडियो के आधार पर सोमवार को सोनू की गिरफ्तारी की है. दोपहर में जब पुलिस सोनू शेख की पत्नी से पूछताछ के लिए घर पहुंची तो वहां आसपास के घरों से पुलिस पर पथराव कर दिया गया. बाद में पुलिस ने सोनू की पत्नी और छोटे भाई को भी हिरासत में ले लिया. दोनों से घटना के संबंध में पूछताछ की जानी है. इससे पहले रविवार को पुलिस ने अंसार शेख और असलम को पकड़ा था. रोहिणी कोर्ट ने दोनों को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है.
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती पर शोभायात्रा निकाली जा रही थी. रास्ते में विवाद होने पर पथराव हो गया. इसके बाद हिंसा भड़क गई. इसमें 8 पुलिस जवान समेत 9 लोग जख्मी हो गए. एक एसआई के हाथ में गोली लगी है. पुलिस ने मुख्य आरोपी अंसार समेत 21 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा 2 नाबालिग भी पकड़े गए हैं. करीब 21 लोगों से हिरासत में पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में पता चला कि अंसार और उसके साथियों ने शोभायात्रा निकाल रहे लोगों से बहस की. इसके बाद बात बढ़ी तो पथराव हो गया.